कोरोना से मचे कोहराम के बीच दिल्ली के जिन परिवारों के कमाने वाले सदस्य की मौत हुई है उन्हें दिल्ली सरकार मदद करेगी। जिन बच्चों के माँ-पिता, दोनों ही कोरोना की वजह से चल बसे हैं, उन बच्चों की पढ़ाई और परवरिश का सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी। जिन बुजुर्गों ने अपने घर के युवाओं को खो दिया, उनका भी ख्याल दिल्ली सरकार रखेगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक अहम प्रेस कान्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अनाथ हुए बच्चों की ज़िम्मेदारी दिल्ली सरकार की है और बुजुर्गों से भी कहना है कि अभी उनका बेटा केजरीवाल ज़िंदा है। उनका भी ख्याल रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों को प्यार और हमदर्दी की ज़रूरत है। उन्होंने पड़ोसियों और रिश्तेदारों से अपील की कि ऐसे परिवारों को प्यार और हमदर्दी दें।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कई दिनों बाद 10 हजार से कम 8,500 केस आए हैं और संक्रमण दर 12 फीसद है, जबकि 22 अप्रैल को यह 36 फीसद थी. पिछले 10 दिनों में दिल्ली के अस्पतालों में 3 हजार बेड खाली हुए हैं, लेकिन अभी भी लगभग सभी आईसीयू बेड भरे हैं। दिल्ली सरकार अगले एक-दो दिन में 1200 नए आईसीयू बेड चालू कर देगी, इससे दिल्लीवासियों को काफी राहत मिलेगी
उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों के अनुशासित आचरण की वजह से कोरोना के केस कम हो रहे हैं। सबने सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हें अभी लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना है। हमें किसी भी हालत में ढिलाई नहीं करनी है।