हाथरस कांड के ख़िलाफ़ काँग्रेस का हल्ला बोल, कई जगह लाठीचार्ज, गिरफ़्तारियाँ

हाथरस की बेटी की गैंगरेप के बाद हुई मौत को लेकर देश के लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हाथरस के घटना के विरोध में आज कांग्रेस उत्तर प्रदेश की सड़कों पर उतर आई है। पूरे प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। तो हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई है।

हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए लखनऊ में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने विधानसभा पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और गिरफ्तार इको गार्डन ले गई। इको गार्डन से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कनिष्क पांडेय, ज्ञानेश शुक्ला, लालू कनौजिया, सुधांशु बाजपेई मोहित पाल समेत 13 नेताओं को जेल भेज दिया है।

 

इसके पहले लखनऊ में योगी सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर भिडंत हुई। पुलिस ने यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता वीवीआईपी गेस्ट हाउस से मुख्यमंत्री आवास की तरफ जुलूस की सक्ल में निकले थे कि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों ने जमकर धक्का-मुक्की हुई।

 

गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि “बिटिया की मां रात में बिलखती रही लेकिन सरकार ने सुनने का काम नहीं किया। हम सीएम कार्यालय की ओर सीएम का इस्तीफ़ा मांगने के लिए बढ़ रहे थे। रास्ते में ही हमें रोका गया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटा गया, हाथ-पैर तोड़ने के प्रयास हुए। हम डरने वाले नहीं, सीएम को इस्तीफ़ा देना होगा।

गिरफ्तार कर लखनऊ के इको गार्डन में रखे गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष समेत गिरफ्तार सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कैंडिल जलाकर हाथरस की बेटी के लिए इंसाफ की मांग की।

मुख्यमंत्री जी पिछले 14 दिन कहां सोए हुए थे- प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव व यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी करते हुए ट्वीट किया है कि “मैं यूपी के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ- परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया? पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए? और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप?

वीडियो संदेश में प्रियंका गांधी ने कहा कि “हाथरस में घटना 14 सितंबर को हुई और आज 30 सितबंर को पहली बार मुख्यमंत्री जी ने इस हादसे पर बयान दिया है। इतनी हैवानियत हुई इस लड़की के साथ। इतना बड़ा हादसा हुआ। 15 दिन बाद मुख्यमंत्री जी का बयान आया है और बयान में क्या कहते हैं कि प्रधानमंत्री जी का फोन आया और मैने एसआईटी को बनाई है। क्या आपको प्रधानमंत्री जी के फोन का इंतजार था? क्या 15 दिनों में आप कुछ नहीं कर पाये? इस लड़की का इलाज नहीं किया आपने। पीड़िता को किसी अच्छे अस्पताल में नहीं ले गए। परसों रात को दिल्ली लाया गया”।

प्रियंका गांधी ने कहा कि “उसके परिवार के साथ कैसा व्यवहार किया कि अपनी बेटी की लाश आखिरी बार अपने घर नहीं ले जा पाए। उसकी चिता उसके पिता जला नहीं पाए। उनको एक कमरे में बंद किया गया। इस तरह का व्यवहार अमानवियता का सबसे बड़ा उदाहरण है। आपकी सरकार कितनी अमानवीय है क्या क्या हो रहा है उत्तर प्रदेश में और आप जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं। आप आज भी ये बयान दे रहे हैं कि प्रधानमंत्री जी के फोन करने के  बाद आपने एसआईटी बनाई है। ये पहले क्यों नहीं किया गया। 14 तारीख को क्यों नहीं किया गया। क्या आपके प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। आप जिम्मेदारी नहीं लेंगे। किस तरह के मुख्यमंत्री हैं मैं आपसे पूछना चाहती हूं”।

पूरे प्रदेश में हुए विरोध प्रदर्शन

हाथरस रेपकांड के खिलाफ पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता आज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री कार्यालय का घेराव किया। पुलिस ने यहां भी बल प्रयोग किया।

 

हाथरस में भी कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया है। हाथरस जाते हुए बदायूं हाइवे पर कांग्रेस महासचिव ब्रह्मस्वरूप सागर, असलम चौधरी समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

यूपी के प्रतापगढ़ जिले में भी विरोध प्रदर्शन करते कई कांग्रेस नेता गिरफ्तार किए गए हैं। जालौन, सोनभद्र, चित्रकूट समेत कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं।

 


 

First Published on:
Exit mobile version