उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी पर राजनीति तेज होती दिख रही है। शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि शाम 4 बजे के बाद में इन्हें छोड़ दिया गया।
दरअसल कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम को सोमवार की रात पुलिस ने सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार कर लिया है। लखनऊ में उनके घर से पुलिस ने उन्हें संदिग्ध तरीके से उठा लिया था।
कांग्रेस नेता अपने प्रदेश कार्यालय से प्रदर्शन करने के लिए निकल रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें गेट पर रोक ही दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। यहीं पर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया।
क्या ज़ुल्मतों के दौर में भी गीत गाये जायेंगें
हाँ ज़ुल्मतों के दौर के ही गीत गाये जायेंगे pic.twitter.com/GG2pL0szvL
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) June 30, 2020
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने बयान में यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी को गैरकानूनी और अति निंदनीय बताया है। यूपी कांग्रेस ने कहा कि शाहनवाज़ आलम को अवैध तरीके से सादी वर्दी में कुछ पुलिस वाले गोल्फ लिंक अपार्टमेंट्स से अगवा किये और दो घंटे तक उनके बाबत कोई भी जानकारी नहीं दी गयी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार दमन का चक्र चला रही है। आये दिन पुलिस के दम पर लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की देर रात गिरफ़्तारी अवैध, अलोकतांत्रिक और निंदनीय है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औज़ार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं। यह पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज आलम जी का न मुकदमें में नाम है,न चार्जशीट में नाम है।
आधार क्या है?
आधार दमन है? क्या हम नौजवानों, किसानों, गरीबों की आवाज़ उठा रहे है गलत कर रहे है?
आपके हाथ में ताक़त है तो हमें दबा देंगे,जेल भेज देंगे?
चलाईये लाठी हम तैयार है ! pic.twitter.com/FHLGiN9CC8
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) June 30, 2020
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने इस पुलिसिया राज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह योगी आदित्यनाथ की सरकार का राजनीतिक द्वेषपूर्ण और कायरता भरा कदम है। सरकार विपक्ष की आवाज़ की दबाना चाहती। कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से योगी सरकार की बौखलाहट साफ साफ दिख रही है।
कांग्रेस अनुसूचित विभाग कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष तनुज पुनिया ने कहा कि सत्ता पोषित दमन से हम कांग्रेस राहुल-प्रियंका के सिपाही डरेंगे नहीं, सड़क पर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में संघर्ष की लम्बी और शानदार परंपरा रही है, लोकतंत्र को बचाने के लिए दलित-पिछड़ा विरोधी योगी सरकार के खिलाफ अब हम सड़कें गरम करेंगे।
उन्होंने कहा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लोकप्रिय छात्रनेता रहे और दलितों-वंचितों के लड़ाई लड़ने वाले यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की असंवैधानिक गिरफ्तारी योगी आदित्यनाथ की सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी।
कल रात हजरतगंज कोतवाली पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया जिसमें महासचिव मनोज यादव, अभिमन्यु सिंह, शिवम तिवारी, तारिक, राजेश सिंह काली समेत दर्जनों कार्यकर्ता जख्मी हुए। कांग्रेस पार्टी इस बर्बर दमन का निंदा करती है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू और आराधना मिश्रा मोना के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक रामसिंह, प्रशासन प्रभारी दिनेश सिंह, महासचिव विश्वविजय सिंह, मनोज यादव, लखनऊ प्रभारी सचिव रमेश शुक्ला, शहर अध्यक्ष मुकेश चौहान समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
दूसरी पार्टियों की आवाज दबा सकते हो, हमारी नहीं- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से हम नहीं डरने वाले हैं। प्रियंका गांधी ने गिरफ्तारी के समय का सीसीटीवी वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि “कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि “भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औज़ार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं।”
उन्होंने कहा कि “देखिए किस तरह यूपी पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधेरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा।
ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।”
… में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा।
ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।
कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।.. 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 30, 2020
लखनऊ हिंसा मामले में गिरफ्तारी- पुलिस
वहीं यूपी पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में बीते वर्ष 19 दिसंबर को लखनऊ हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेता की भूमिका इस मामले में पहले ही सामने आई थी, लेकिन इस मामले में जब पुलिस ने काफी साक्ष्य जुटा लिए तब गिरफ्तारी की गई है। आगे संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी।