भारतीय जनता पार्टी के सासंद वरुण गांधी अपनी ही सरकार की लगातार आलोचना करने को लेकर सुर्खियों में रहते हैं । वह किसानों व महंगाई के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं। अब एक बार फिर उन्होंने यूपी की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा हैं। वरुण गांधी ने रात में कर्फ्यू लगाने और दिन में नेताओं द्वारा लाखों लोगों की भीड़ बुलाकर रैलियां करने को लेकर सरकार पर तंज कसा हैं।
इमानदारी से यह तय करें क्या ज़रूरी..
उन्होंने ट्वीट के ज़रिए सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा…
रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।
रैलियों में न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न मास्क..
दरअसल, देशभर में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई केस मिलने के बाद यूपी सरकार ने शनिवार से राज्य में रात का कर्फ्यू लगा दिया है। यह रात का कर्फ्यू राज्य में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके साथ ही सरकार ने निर्देश दिए हैं कि शादी आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी।
सरकार के इस फैसले पर इसलिए सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हर रोज़ किसी न किसी पार्टियों की रैलियां चल रही है। अखिलेश यादव, कांग्रेस और देश के पीएम (बीजेपी) की रैलियों में दिन में लाखों की संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। रैलियों की भीड़ में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोई नज़र नहीं आता। न जनता और ना ही नेता मास्क में कोई भी नज़र नहीं आ रहा है, लेकिन रात में कर्फ्यू लगा दिया गया है।