श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगे की फ़र्ज़ी तस्वीर छापकर बीजेपी सांसद बोले-जय मोदी!

कश्मीर में शांति हो, वहाँ तिरंगा का शान क़ायम हो, यह हर भारतीय चाहेगा,लेकिन क्या यह तस्वीरों के फ़र्जीवाड़े से संभव है। आश्चर्य ये है कि बीजेपी नेताओं, सांसदों से लेकर हिंदी के नंबर एक अख़बार तक ने  लालचौक में लहराते तिरंगे की फ़र्जी़ तस्वीर ट्वीट करके यही किया। उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि इससे अनुच्छेद 370 हटाने का औचित्य सिद्ध होता होता है। बीजेपी के नेता कपिल मिश्र ने ट्वीटर पर यह तस्वीर डाली तो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। बाद में सांसद किरने खेर और लद्दाख के सांसद जाम्यांग नामग्याल तक ने यही किया।


यही नहीं, हिंदी के नंबर एक अख़बार दैनिक जागरण और चैनल न्यूज़ नेशन ने भी इसे 370 हटाने के औचित्य के रूप में पेश किया।

 

हक़ीक़त ये है कि लालचौक के खाली पर तिरंगा जोड़कर इस तस्वीर को बनाया गया था। यह तस्वीर 22 जून,2010  को पत्रकार मुबश्शिर मुश्ताक़ ने ली थी। तस्वीर में दिख रही गाड़ियां और आदमी वैसे ही हैं जैसा कि कपिल मिश्र ने ट्वीट किया था। उन्होंने कपिल मिश्र को शर्मिंदा होने की नसीहत दे डाली।

यही नहीं, पत्रकार अहमर ख़ान की 15 अगस्त 2020 को खींची असली तस्वीर भी जवाब में दिखायी गयी जिसमें लालचौक पर सन्नाटा दिख रहा है।

दरअसल, 15 अगस्त को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्टेडियम में ही भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तिरंगा फहराया था जैसा कि बीते कई सालों से हो रहा है। हालाँकि एक दौर था जब लालचौक पर तिरंगा फहराता था, जनता भारत के साथ खड़ी थी और अनुच्छेद 370 भी था। अब अनुच्छेद 370 हटाने के साल भर बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। कुछ लोगों की नज़र में यह कश्मीरियों का मौन प्रतिरोध है कि घाटी में जनजीवन स्थगित है।

 



 

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