आगामी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियों ने ताकत झोंक दी है। चुनावी माहौल के बीच विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला तेज़ कर दिया है। कभी भाजपा के कामों को लेकर, कभी बढ़ती महंगाई तो कभी किसान विरोधी कानून को ढाल बना पार्टियां पूरी तरह बीजेपी पर हावी हैं। इस बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी की कमियों को उजागर करते हुए जम कर घेरा है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी हर बात में झूठ बोल रही है। इस वजह से बीजेपी को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
बीजेपी से जनता असंतोष..
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों ने गोरखपुर में सांसद और सहजनवां में भाजपा विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया। पश्चिमी यूपी में किसान बीजेपी विधायकों का बहिष्कार कर रहे हैं। बीजेपी सरकार की गिरती साख को देखते हुए कई विधायक अब दूसरे रास्ते भी तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के दौरान अस्पतालों में बेड, दवा, इलाज के अभाव में लोगों की जान चली गई। राज्य के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भर्ती को लेकर काफी असंतोष है।
भाजपा सरकार अपराधियों के आगे बेबस..
अखिलेश ने भाजपा पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा किया है। बीजेपी ने किसानों को कर्जमाफी, एमएसपी और उनकी आय दोगुनी करने का वादा किया, लेकिन उन्हें इनमे से कुछ भी नहीं मिल सका है। साथ ही अखिलेश ने यूपी में हो रहे अपराधों की ओर इशारा करते हुए कहा कि डबल इंजन वाली भाजपा सरकार अपराधियों के आगे पूरी तरह बेबस हो चुकी है।
सपा सरकार में बीजेपी शासन में रुके कार्यों की शुरुआत..
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, हमारी सरकार बनने पर भाजपा शासन में रुके हुए कार्यों को फिर से शुरू किया जाएगा। जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी पर ही है। वर्ष 2022 में बनने वाली सपा की सरकार जनता को राहत देगी।
डोमीसाइल देखे बिना लादा गया था, जनता उस बोझ को हटा देगी..
अखिलेश ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए भी सोमवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जिनसे हार का डर होता है लोग अक्सर बदहवासी में उनका नाम लेते रहते हैं। जिनको उप्र में अधिवास देखे बिना लादा गया था, जनता उस बोझ को हटा देगी। हो सकता है कल ही दिल्ली वाले इनकी बर्ख़ास्तगी या बदली की ख़बर लेकर आ जाएं। देखना ये है कि इन्हें पहले कौन हटाता है, इनके अपने या जनता।”
जिनसे हार का डर होता है लोग अक्सर बदहवासी में उनका नाम लेते रहते हैं।
जिनको उप्र में डॉमिसायल देखे बिना लादा गया था, जनता उस बोझ को हटा देगी। हो सकता है कल ही दिल्लीवाले इनकी बर्ख़ास्तगी या बदली की ख़बर लेकर आ जाएं।
देखना ये है कि इन्हें पहले कौन हटाता है, इनके अपने या जनता।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2021
अखिलेश का यह ट्वीट भाजपा सरकार पर एक तंज था। क्योंकि बीजेपी जिस तरह राज्यों से पूर्ण बहुमत वाली सरकारों में मुख्यमंत्रियों को बदल रही है उससे समझा क्या जाए? पिछले दिन ही गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने इस्तीफा दिया। जिनके बल पर भाजपा गुजरात में विकास के दावे कर रही थी।