सफूरा के समर्थन में एकजुट हुए महिला संगठन, चरित्र हनन करने वालों पर कार्रवाई की मांग

देश भर में आज कई महिला संगठनों ने सफूरा जरग़र के साथ एकजुटता दिखाई. महिलाओं ने अपने-अपने घरों में बैठकर 11 बजे से 2 बजे तक धरना दिया तथा तख्तियों, नारों, और वीडियो के जरिए सफूरा का समर्थन किया. सफूरा जरग़र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चले आंदोलन में सक्रिय रही हैं. लॉकडाउन के दौर में सफूरा को दिल्ली में दंगा भड़काने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया है.

इस आंदोलन में ऐपवा सहित अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, एनएफआईडब्ल्यू, लोकतांत्रिक जनपहल, महिला हिंसा के विरुद्ध नागरिक पहल, मुस्लिम महिला मंच, जन जागरण शक्ति संगठन, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय, बिहार घरेलू कामगार यूनियन, डब्ल्यूएसएस, अखिल भारतीय महिला सांस्कृतिक संगठन, एएसडब्ल्यूएफ, स्त्री मुक्ति संगठन और बिहार महिला समाज शामिल रहे.

सफूरा जामिया से एमफिल कर रही है और जामिया में सीएए और एनआरसी के विरोध में चले आंदोलन में सक्रिय थीं, वो जामिया समन्वय समिति की मीडिया संयोजक थीं. सफूरा 10 अप्रैल से न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं. वो 3 महीने की गर्भवती हैं.

सफूरा ने प्रेगनेंसी और अपनी स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं के चलते जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन 13 अप्रैल को उन पर यूएपीए एक्ट के तहत एक और एफआईआर दर्ज हो गई, जिसके बाद से वह जेल में हैं.

गिरफ्तारी के समय सफूरा 3 महीने की गर्भवती थी. इसी आधार पर लोगों ने जब सफूरा को रिहा करने की मांग उठाई तो भाजपा नेता कपिल मिश्रा (जो खुद दिल्ली दंगों को भड़काने वाला भाषण देने के आरोपी हैं) ने सफूरा पर भद्दी, अश्लील यौन उत्पीड़न वाली टिप्पणी की. इसके साथ ही भाजपा आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर सफूरा का चरित्र हनन चलाया, उसके गर्भावस्था और विवाह के बारे में अश्लील दुष्प्रचार चलाया. इस दुष्प्रचार में “We Support Narendra Modi” वाला Facebook पेज की भूमिका को देख, इसे संघ और भाजपा का “ब्वॉइस लॉकर रूम” कहा जा रहा है.

देश के प्रधानमंत्री और महिला आयोग इस पूरे मामले में कपिल मिश्रा की भूमिका पर चुप्पी साधे हुए हैं. इसलिए महिला संगठनों ने प्रधान मंत्री मोदी और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष से सवाल करते हुए कहा है कि-

– भाजपा नेता कपिल मिश्रा द्वारा सफूरा के गर्भावस्था पर भद्दे ट्वीट पर आप चुप क्यों? उनपर कार्यवाही क्यों नहीं?

– जहां हरे और नारंगी ज़ोन में भी गर्भवती महिलाओं से कहा जा रहा है कि वे घर में रहें, तो गर्भवती सफूरा को कोरोना के खतरे के समय तिहाड़ जेल में क्यों रखा गया?

– दिल्ली दंगों को भड़काने वाले कपिल मिश्रा गिरफ्तार क्यों नहीं ? CAA विरोधी महिला आंदोलन में सक्रिय सफूरा, इशरत, गुलफिशा जेल में क्यों?

महिलाओं ने कहा है कि सफूरा के खिलाफ अभद्र महिला विरोधी दुष्प्रचार, हम सब महिलाओं पर हमला है. इसलिए लॉकडाउन के अंदर से ही हम सफूरा को प्यार और साझेदारी भेज रहे हैं, CAA विरोधी कार्यकर्ताओं की रिहाई मांग रहे हैं, और कपिल मिश्रा पर तुरंत कार्यवाही मांग रहे हैं.

सफूरा जरगर के अलावा जामिया के छात्र मीरन हैदर को भी दिल्ली पुलिस ने इसी FIR के आधार पर गिरफ्तार किया है. हैदर जामिया से एम. फिल कर रहा है. वो जामिया समन्वय समिति का सदस्य और दिल्ली में राजद की युवा इकाई का अध्यक्ष है. दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के छात्र नेता रहे उमर खालिद के खिलाफ भी यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने उमर पर दंगे की साजिश का आरोप लगाया है.


विज्ञप्ति पर आधारित

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