चीनी घुसपैठ पर राहुल के दावे पर रक्षामंत्रालय की मुहर, बाद में वेबसाइट से हटा दस्तावेज़

पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सीमा में कोई घुसपैठिया नहीं है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक इंच ज़मीन भी भारत की किसी के क़ब्ज़े में नहीं है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा कि सरकार झूठ बोल रही है। उपग्रह की तस्वीरों से लेकर तमाम रिपोर्ट साबित कर रही हैं कि चीनी सेना भारतीय सीमा में बैठी हुई है।

राहुल के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया में अभियान चलने लगा। उन्हें देश के ख़िलाफ़ और चीन के साथ बताया जाने लगा। लेकिन अब रक्षामंत्रालय ने अपने दस्तावेज़ में स्वीकार किया है कि चीन के सैनिकों ने भारतीय सीमा का अतिक्रमण किया है।  सेना में कर्नल रह चुके और देश के वरिष्ठ सैन्य पत्रकार अजय शुक्ला ने इस दस्तावेज़ को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- ‘रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट @DefenceMinIndia ने चीनी सेना द्वारा गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और पैंगोंग में वास्तविक नियंत्रण रेखा के उल्लंघन की बात मानी है। यह पीएम @narendramodi के 19 जून के इस बयान को झुठलाता है कि न कोई घुसा, न कोई घुसा हुआ है।’

 

रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर लिखा दिखा, ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा और ख़ास कर गलवान घाटी में 5 मई, 2020 से ही चीन की आक्रामकता बढ़ती जा रही है। चीनी सेना ने 17-18 मई, 2020 को कुगरांग नाला, गोगरा और पैंगोंग त्सो के उत्तरी किनारे पर सीमा का उल्लंघन किया।

इस ख़बर के आने के बाद राहुल गाँधी ने प्रधानंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया की ख़बर को टैग करते हुए ट्विटर पर सवाल पूछा है कि- पीएम झूठ क्यों बोल रहे हैं?

ज़ाहिर है, रक्षामंत्रालय के इस स्वीकार के बाद प्रधानमंत्री से लेकर रक्षामंत्री तक झूठे साबित हुए हैं। सरकार बैकफुट पर है। यही वजह है कि हल्ला मचने के साथ रक्षामंत्रालय के वेबसाइट से इस दस्तावेज़ को हटा लिया गया। एनडीटीवी की ख़बर में दावा किया गया है कि रक्षामंत्रालय की वेबसाइट से इस दस्तावेज़ को हटा लिया गया है।

सवाल ये है कि मोदी सरकार इस मामले में झूठ क्यों बोल रही है। चीनी सेना देश की सीमा के कई किलोमीटार अंदर बैठी हुई है, यह तथ्य अयोध्या में हुए भूमि पूजन के घंटे-घड़ियाल के स्वरों में दब तो नहीं सकते। ये सच्चाई सबको जाननी चाहिए।

 



 

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