त्रिपुरा में भतीजे अभिषेक पर हुए हमले को लेकर ममता ने अमित शाह पर उँगली उठायी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर त्रिपुरा में हुए हमले के लिए उन्होंने अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी और टीएमसी की ज़बानी जंग बंगाल चुनाव के दौरान शुरू हुई तब से दोनो का एक दूसरे पर आरोप – प्रत्यारोप का सिसिला जारी है। इससे पहले भी ममता ने चुनाव के दौरान खुद पर हुए हमले का जिम्मेदार बीजेपी को ठराया था। लेकिन अब उन्होंने भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी समेत अन्य छात्र नेताओं पर हुए हमले के लिए भी शाह पर आरोप लगाया है।

त्रिपुरा में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी अपनी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है। इसी सिसिले में अभिषेक बनर्जी चुनावों के मद्देनजर तैयारियों के लिए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला पहुंचे थे। वहीं ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक के काफिले पर लाठी-डंडों से लैस कुछ लोगों ने हमला बोल दिया था। टीएमसी का आरोप है कि ये लोग बीजेपी के कार्यकर्ता थे।

 

पुलिस घटना के दौरान मूकदर्शक क्यों?

सोमवार को कोलकाता के अस्पताल में इलाज करा रहे घायल कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद ममता बनर्जी ने कहा, ग्रह मंत्री अमित शाह के इशारे पर यह हमला हुआ था। वही इस घटना के पीछे जिम्मेदार हैं। हम अभिषेक बनर्जी और पार्टी के कार्यकर्ताओं पर त्रिपुरा में हुए हमले की निंदा करते हैं। त्रिपुरा के सीएम में इतना दुस्साहस नही है कि वे इस तरह के हमले करवा सकें। त्रिपुरा, असम, उत्तर प्रदेश और जहां भी उनकी सरकार है, वहां अराजकता का शासन फैला है।

बंगाल सीएम ने कहा, मैं इन सब हरकतों से पीछे हटने वाली नही हूं। अफसोस की बात तो ये की ये सब पुलिस के सामने हुए और उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। इस तरह के हमले केंद्रीय गृह मंत्री के सक्रिय समर्थन के बिना नहीं किए जा सकते। वही इन सब हमलों के पीछे हैं, इसीलिए पुलिस पूरी घटना के दौरान मूकदर्शक बनी रही। उल्टा उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया गया और एक गिलास पानी भी नहीं दिया गया। बीजेपी जहां भी सत्ता में है, वहां दिनदहाड़े टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमले किए जा रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।

पहले से भी बंगाल सीएम के बीजेपी पर आरोप..

बीते दिनों राज्य के खोवई जिले में तृणमूल के 14 नेताओं और कार्यकर्ताओं को कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि खोवाई में सीजेएम अदालत में पेशी के बाद सभी को जमानत दे दी गई थी। पश्चिम बंगाल के चुनाव से पहले ही सीएम ममता और बीजेपी के बीच टकराव चल रहा है। पहले तो चुनाव के चरणों को लेकर ममता ने चुनाव आयोग पर बीजेपी की सहूलियत से काम करने का आरोप लगाया था। हालाकि चुनाव हुए और ममता दोबारा बंगाल की सीएम बन गई उसके बाद भी ममता के शपत लेने के बाद चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाए थे।

चुनाव से पहले खुद पर हुए हमले का आरोप भी ममता ने भाजपा पर लगाया था। चुनाव के बाद बंगाल में भारी हिंसा हुई। जिसका जिम्मेदार दोनो पार्टियां एक दूसरे को ही ठहराती रह गई। लेकिन हमला किसने करा या कराया इस बार का पता पुलिस आज तक नही लगा पाई है और अब ममता के अमित शाह पर यह गंभीर आरोप वाकई जांच का विषय हैं। अगर इस हमले के दौरान पुलिस प्रशासन घटना स्थल पर मौजूद था तो बचाव क्यों नही किया गया इस बात का जवाबदेह कौन है?

 

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