उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद यूपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने जेल में अपनी हत्या का अंदेशा जताते हुए सुरक्षा की माँग की थी। बुधवार को एमपी एमएलए कोर्ट ने जेल प्रशासन को विधायक मुख्तार अंसारी की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था जेल मैनुअल के हिसाब से दिए जाने का आदेश जारी किया है।
मुख्तार ने कोर्ट को बताया हत्या के लिए दी गई सुपारी..
एमपी विधायक विशेष न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव ने डीजी जेल को माफिया मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। बीते सोमवार 16 अगस्त को फर्जी पते पर एम्बुलेंस पंजीकरण मामले में बाराबंकी की विशेष सत्र न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी की बांदा जेल से वर्चुअली पेशी हुई, जहां मुख्तार अंसारी ने जज को बताया कि जेल के अंदर उनकी हत्या के लिए 5 करोड़ रुपये सुपारी दी गई है।
संदिग्ध लोग जेल में आते है और कैमरा घुमा देते हैं..
उनके वकील रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि अंसारी ने जज के सामने ये आरोप लगाए थे कि इन दिनों बांदा जेल में पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी और कुछ संदिग्ध लोग बिना रजिस्टर में इंट्री किए ही अंदर आते हैं। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरों का डायरेक्शन बदल दिया जाता है। ऐसे में मुख्तार को डर है कि उसकी जेल में हत्या की जा सकती है। इसलिए उनकी सुरक्षा की जाए। मुख्तार ने जज से गेटबुक और सीसीटीवी फुटेज की जांच कराये जाने की भी मांग की थी। जिसके बाद अब कोर्ट ने महानिदेशक कारागार को आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिये हैं।