देश में भारतीय जनता पार्टी की बहुमत वाली सरकार केंद्र में आने के बाद टीवी चैनलों के परदे पर अचानक ‘संघ विचारक’ के परिचय के साथ रोज़ शाम जनता से रूबरू होने वाले राकेश सिन्हा ने गणतंत्र दिवस के ठीक अगले दिन एक ऐसा बयान दे दिया है जिसे सुनकर कोई भी पूछेगा कि जिस संगठन का ‘विचारक’ ऐसा है, उसका प्रचारक कैसा खूंखार होगा।
न्यूज़ 24 चैनल पर 27 जनवरी की शाम मानक गुप्ता के शो में राकेश सिन्हा तीन अन्य पैनलिस्टों के साथ बहस करने बैठे थे। बात राजस्थान के एक बीजेपी नेता के बारे में चल रही थी जो खुलेआम हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट मांग रहा था। मानक गुप्ता ने सवाल उठाया था कि क्या विकास के बजाय अब हिंदू-मुसलमान के नाम पर वोट मांगा जाएगा। इसकी प्रतिक्रिया में एआइएमआइएम के नेता वकार ने कुछ भड़काऊ बातें कही थीं जिसका पहले तो राकेश सिन्हा ने यह कह कर विरोध किया कि उन्हें लाखों लोग देख रहे हैं, इतने नीचे स्तर पर जाकर बात न करें।
एमआइएम नेता असीम वकार का स्तर बताने के बाद हालांकि राकेश सिन्हा खुद भड़क गए और भूल गए कि उन्हें भी राष्ट्रीय चैनल पर लाखों लोग देख रहे हैं। मिनट भर के भीतर उनका स्तर भी वकार के कथित स्तर पर आ गया और उसके बाद उन्होंने जो कहा, उसे नीचे दिए वीडियो में सुना सकता है।
सिन्हा ने हैदराबाद और एमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी का हवाला देते हुए कहा कि इनके नेता कहते हैं हैदराबाद से पंद्रह मिनट के लिए पुलिस को हटा दो क्या क्या कर देंगे। फिर वे बोले: ”अरे, जिस दिन आपके खिलाफ प्रतिक्रिया हो जाएगी, पंद्रह मिनट क्या पंद्रह सेकंड नहीं टिक पाएंगे।”
इतना सुनते ही ऐंकर मानक गुप्ता बार-बार कहने लगे- राकेश जी, मैं आपसे उम्मीद नहीं करता हूं ऐसा भड़काऊ बयान देने के लिए। इसके जवाब में राकेश सिन्हा ने उन्हीं को डपट दिया यह कह कर- क्या भड़काऊ। बयान दे रहा हूं?
फिर काफी चतुराई से अपनी बात को पलटते हुए राकेश सिन्हा ने इसकी दूसरी व्याख्या कर डाली और बार-बार कहने लगे कि मैं ओवैसी को संदेश देना चाहता हूं कि जिस दिन हिंदू इस देश में अल्पसंख्यक हो जाएगा, उस दिन धर्मनिरपेक्षता देश से समाप्त हो जाएगी।
इस बीच एमआइएम के नेता असीम वकार ने उनकी बात लपक ली और सिन्हा का जूता उन्हीं के सिर पर दे मारा कि वे न्यूज़ 24 पर बैठकर 15 सेकंड में मुसलमानों को खत्म करने की बात कह रहे हैं।