उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी में आंतरिक चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद अब सारा ज़ोर बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर मोर्चा खोलने पर है।
#रालोसपा का है पहला मिशन,
शिक्षा-स्वास्थ्य का सही सॉल्यूशन !पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, कमाई, कार्रवाई और सुनवाई के लिए बिहार के प्रत्येक जिला में #रालोसपा का तीन दिवसीय जनसंवाद यात्रा । 28 नवंबर 2019 को बापू की कर्मभूमि पश्चिम चंपारण से श्री उपेन्द्र कुशवाहा जी करेंगे शुरूआत । pic.twitter.com/rXwvjM4EQy
— Rashtriya Lok Morcha (@RLMofIndia) October 29, 2019
उपेंद्र कुशवाहा रालोसपा के एक बार फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गये हैं। सबसे अहम बात ये है कि कम्युनिस्ट पार्टी की पृष्ठभूमि वाले जुझारू नेता जितेन्द्र नाथ को प्रदेश में अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी 28 नवंबर से प्रदेश में एक व्यापक जनसंवाद अभियान लेने जा रही है।
जनता चाहती है CM @NitishKumar के कुशासनी पंजों से छुटकारा, #रालोसपा 28 नवंबर से शुरू करेगी सरकार के खिलाफ अभियान : @UpendraRLSP pic.twitter.com/88bIau3wdW
— Rashtriya Lok Morcha (@RLMofIndia) October 30, 2019
इस अभियान की शुरुआत पश्चिमी चम्पारण से कुशवाहा खुद करेंगे। अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने दिल्ली में नेशनल दस्तक को दिए एक इंटरव्यू में अपनी राजनीति पर कुछ साफ़ बातें कहीं।
एनडीए से अलग होने के बाद रालोसपा बिहार की इकलौती पार्टी है जो सड़क से सदन तक लगातार आंदोलन और अभियान में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में अगर विपक्ष के बीच एकता कायम हुई तो उपेंद्र कुशवाहा मज़बूत बनकर उभर सकते हैं।
मंगलवार को पटना में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के राष्ट्रीय इकाई के गठन और आगामी रणनीति के संबंध में सूचना दी।
पार्टी के आंतरिक चुनाव में चुने गये पदाधिकारियों की सूची नीचे है।