सक्रिय मैकार्थीवाद का उदाहरण है Times Now की बहस में स्मृति ईरानी का ‘तुरंता न्याय’ : वीरेंद्र यादव

मंगलवार २६ अप्रैल की रात TIMES NOW के प्राइम टाइम प्रोग्राम Newshour का विषय शहीद-ए-आज़म भगत सिंह थे. बहस का बहाना था इतिहासकार बिपन चन्द्र, मृदुला मुख़र्जी और आदित्य मुख़र्जी द्वारा लिखित भारतीय इतिहास की पुस्तक में भगत सिंह को ‘Revolutionary Terrorist’ कहा जाना. इस विषय पर बहस के दौरान अचानक 28 मिनट 13 सेकंड पर अर्नब गोस्वामी यह कहते हुए मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को फ़ोन लाइन पर लेते हैं, “एच आर डी मंत्री  इस बहस को फॉलो कर रही हैं, वे कुछ कहना चाहती हैं…”

इसके बाद वीडियो में 30 मिनट 57 सेकंड तक यानी करीब ढाई मिनट तक मंत्री लगातार बोलती हैं और ‘Revolutionary Terrorist’ के प्रयोग को भगत सिंह के बलिदान की अकादमिक हत्या करार देते हुए आश्वासन देती हैं कि वे कल ही विश्वविद्यालय से इस किताब को हटवाने की कारवाई करेंगीं.

वरिष्ठ आलोचक वीरेंद्र यादव ने इस घटना को गंभीरता से लेने की गुजारिश करते हुए देर रात एक फेसबुक पोस्ट लिखी है: 

वीरेंद्र यादव का कहना है: “किसी भी पुस्तक में यदि कुछ आपत्तिजनक है तो उसे हटाने और दूर करने की कार्रवाई निश्चित रूप से की जानी चाहिए, लेकिन एक ऐसे कार्यक्रम में जिसमें एंकर और एक सेना का पूर्व जनरल चीख-चीख कर इतिहासकारों की लानत-मलामत कर रहा हो ,एचआरडी मन्त्री का यह हस्तक्षेप और तुरंता ‘न्याय’ की यह शैली गंभीर चिंता का विषय है. यह ‘मैकार्थीवाद इन एक्शन है’. इसके निहितार्थों की अनदेखी नही की जानी चाहिए”.

नीचे दिए लिंक पर Newshour की उक्त बहस का वीडियो है. इसमें 28.13 मिनट पर स्मृति ईरानी का हस्तक्षेप और ‘तुरंता न्याय’ देखा जा सकता है:

http://www.timesnow.tv/videoshow/4488258.cms

    First Published on:
    Exit mobile version