पिछले कुछ दिनों से जिस तस्वीर का इस्तेमाल वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ को बदनाम करने में किया जा रहा था, उसी तस्वीर के माध्यम से अब अफ़वाह फैलायी जा रही है कि उसमें दिख रहा शख्स न्यायमूर्ति सीकरी हैं जिन्होंने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है।
इसे मूर्खतापूर्ण दुष्प्रचार कहें या हास्यास्पद, कि जब पहली बार सोनिया गांधी और केपीसिंह देव की होली की एक तस्वीर जो कि 2008 की है, सोशल मीडिया पर फैलायी गई तो देव को पत्रकार विनोद दुआ बताया गया।
https://twitter.com/mediacrooks/status/178490449588269056
खुद विनोद दुआ ने दि वायर पर अपने कार्यक्रम में इसका उद्घाटन किया।
उसके बाद भी मूर्खतापूर्ण हरकतें बंद नहीं हुईं और दिवाली आते-आते उसी तस्वीर में मौजूद देव को न्यायमूर्ति सीकरी बताकर अफ़वाह फैलायी जा रही है। इसका सीधा सा संकेत यह है कि तस्वीर में दिखने वाले कथित सीकरी चूंकि सोनिया गांधी के करीबी हैं, इसलिए उन्होंने पटाखों पर रोक लगायी है।
बीबीसी पर 2008 में छपी होली की तस्वीर से मूल तस्वीर को उठाया गया है जिसमें सोनिया गांधी के साथ कांग्रेसी नेता केपीसिंह देव देखे जा रहे हैं।
अब एसएम होक्स स्लेयर ने विधिवत् इस एक तस्वीर से फैलाए गए दो झूठ को उद्घाटित किया है।