(पत्रकारों को संबोधित करते राजदीप सरदेसाई)
त्रिपुरा में आईपीएफ़टी के संदिग्धों के हाथों मारे गए टीवी पत्रकार शांतनु भौमिक की याद में आज प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में शोकसभा हुई। बारिश के बावजूद शांतनु को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में पत्रकार इकट्ठा हुए। सभा में देश भर में पत्रकारों पर बढ़ते हमले को लेकर गहरी चिंता जताई गई।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी ने भी पत्रकारों को निशाने पर लिए जाने को लोकतंत्र के लिए घातक बताया। वरिष्ठ पत्रकार संजय हजारिका ने उत्तर पूर्व की विशेष स्थिति का ज़िक्र करते हुए बताया कि तमाम संगठन अपनी माँगों का समर्थन ना पाकर पत्रकारों के दुश्मन हो जाते हैं।
इस मौक़े पर कई प्रस्ताव पारित करके शांतनु के हत्यारों को तुरंत पकड़ने और पत्रकारो की पेंशन और बीमा जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की माँग की गई। प्रस्ताव में सोशल मीडिया में पत्रकारों को निशाना बनाने और पत्रकारों के बीच ध्रुवीकरण की कोशिश की कड़ी निंदा की गई।
इसी के साथ तय हुआ कि 2 अक्टूबर, गाँधी जयंती के दिन देश भर में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए शांतिपूर्ण धरना दिया जाएगा। इसमें देश भर के प्रेसक्लबों को शामिल किया जाएगा।
(शांतनु भौमिक की याद में दो मिनट का मौन रखते पत्रकार)