मध्यप्रदेश में आज मुख्य निवार्चन अधिकारी सेलिना सिंह के सामने ही आज ईवीएम का फ्रॉड सामने आ गया। बटन दबाया गया कहीं का लेकिन पर्ची निकली कमल निशान वाली। दरअसल भिंड में अटेरा विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव होने हैं जिसमें पर्ची वाली ईवीएम का इस्तेमाल होना है। पत्रकारों को पर्ची वाली ईवीएम का कामकाज दिखाने समझाने के लिए बुलाया गया था।
दिलचस्प बात यह है कि इस ख़बर का वीडियो केवल समय चैनल पर दिखाया गया। बाक़ी चैनलों ने इस पर चुप्पी साध ली। हालाँकि समय बीतने के साथ-साथ उसके सुर धीमे पड़े लगे थे।
इस सिलसिले में मध्यप्रदेश के एक वरिष्ठ टीवी पत्रकार ने कहा कि दरअसल, सेलिना सिंह ने मज़ाक में बात की थी, को धमकी नहीं दी थी। साथ ही, पहले पर्ची बीजेपी की निकली तो दूसरी बार काँग्रेस की निकली। लेकिन काँग्रेस वाली बात नहीं दिखा रहा है समय चैनल।
पर क्या मामला इतना ही है। यह घटना बताती है कि ईवीएम सिस्टम में कोई बड़ी गड़बड़ी है। इसे सिर्फ़ मायावती या केवजरीवाल जैसे लोगों की सनक कहकर नहीं टाला जा सकता। दिलचस्प यह भी है कि ईवीएम की सारी गड़बड़ियाँ आमतौर पर बीजेपी को लाभ देने वाली होती हैं।
लेकिन नेशनल मीडिया के लिए मध्यप्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सामने हुआ यह फर्ज़ीवाड़ा कोई ख़बर नहीं है। क्या यह महज़ संयोग है ?
इस ख़बर पर बतौर विपक्षी दल काँग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उधर, चुनाव आयोग ने भी मध्यप्रदेश के अधिकारियों से जानकारी माँगी है।
इस समय भोपाल में मौजूद दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार पंकज चतुर्वेदी ने इस संबंध में फ़ेसबुक पर लिखकर चेताया है कि दिल्ली एमसीडी चुनाव में भी ऐसा हो सकता है।
Pankaj Chaturvedi
3 hrs · Bhopal ·
पर्ची वाली ई वी एम् भी भरोसे लायक नहीं। आज म् प्र की मुख्य चुनाव आयुक्त सेलिना सिंह ने पत्रकारों के सामने पर्ची वाली मशीन का प्रदर्शन किया। बटन दबाया गया चार नम्बर का, लेकिन पर्ची निकली दो नम्बर के कमल की। सबके सामने यह हुआ। फिर सेलिना सिंह ने पत्रकारों को धमकी दे दी कि यदि किसी पत्रकार ने यह खबर दिखाई तो उसे जेल जाना होगा। मशीन के लाइव कुकर्म का वीडियो सहारा समय पर चल रहा है। म् प्र में दो सीटों पर उप चुनाव है। दिल्ली नगर निगम वाले सतर्क हो जाओ।
इस पोस्ट पर वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा चैनल के ऐंकर उर्मिलेश ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए मीडिया के रुख पर सवाल उठाया है।
Urmilesh Urmil –अगर आप द्वारा दी जा रही यह सूचना सही है तो यह बहुत बड़ी खबर है। पता नहीं, हमारा ‘स्वतंत्र’ मीडिया इसे कवर करेगा या नहीं!
इस मसले से जुड़ा एक छोटा सा वीडियो भी पेश है पत्रिका.कॉम का जिसमें सेलिना सिंह थोड़ा खीजते और थोड़ा मज़ाहिया अंदाज़ में पत्रकारों को थाने में बैठाने की घुड़की दे रही हैं, ख़बर करने पर। ऐसे ताक़तवर लोगों को ग़ुस्से से कहने की क्या ज़रूरत…मुस्करा के भी डरा सकते हैं..देखिए–