पार्टी कांग्रेस से पहले CPM ने केंद्र के खिलाफ़ खोला मोर्चा, छोटे मोदी को बताया BJP का करीबी

पीटीआई/भाषा


मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के नेता प्रकाश करात ने कहा है कि मोदी सरकार में घोटालेबाज़ों का आसानी से देश छोड़कर भागने का सिलसिला अब एक स्थापित प्रक्रिया में तब्दील हो गया है. पार्टी के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के ताज़ा अंक में करात ने संपादकीय लेख में पीएनबी घोटाले को अब तक का सबसे निर्लज्ज और चौंकाने वाला घोटाला बताया है.

उन्होंने पीएनबी घोटाले का हवाला देते हुए कहा, ‘मोदी सरकार में जैसा चलन बन गया है, उसी के अनुसार नीरव मोदी, उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी और अन्य परिजन जनवरी के पहले सप्ताह में आसानी से देश छोड़ कर चले गए. इन लोगों को आपराधिक धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा बुलाया जाता इससे पहले ही ये लोग यहां से रवाना हो गए.’ उन्होंने कहा कि ललित मोदी और विजय माल्या के मामले में भी ऐसा ही हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा नेता नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के करीबी भी है.

करात ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान की ख़रीद में गड़बड़ी के आरोपों के बाद नीरव मोदी का कथित घोटाला सामने आने पर मोदी सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त कार्यकाल का दावा ख़ुद ही ग़लत साबित हो गया है.

बैंकिंग तंत्र को संकट में डालने वाली ग़ैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की लगातार बढ़ती समस्या के लिए उन्होंने सांठगांठ के ज़रिये पूंजी बनाने वाले कारोबारियों तथा भ्रष्ट राजनेताओं के गठजोड़ को ज़िम्मेदार ठहराया.

इस बीच सीपीएम की पोलित ब्यूरो ने राजस्थान में आंदोलनरत किसानों के ख़िलाफ़ राज्य की वसुंधरा राजे सरकार की कार्रवाई को दमनकारी बताते हुए इसकी तीखी आलोचना की है. पार्टी पोलित ब्यूरो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसान सभा के सैकड़ों किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ पुलिस ने फ़र्ज़ी मामले दर्ज कर इन्हें गिरफ़्तार कर लिया.

पार्टी ने राजस्थान सरकार की इस कार्रवाई को हक़ की मांग कर रहे किसानों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताते हुए कहा कि इससे वसुंधरा राजे सरकार का असली चेहरा उजागर हो गया है.

 

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