राजस्थान के बाद गुजरात जैसे संवेदनशील राज्य में हिंदी वेबसाइट भास्कर डॉट कॉम हिंसा और दंगा भड़काने की कोशिश में है। वेबसाइट पर लगी भड़काऊ ख़बर कभी भी आग को हवा दे सकती है। ख़बर का एक टुकड़ा देखिए…
‘वड़ोदरा शहर में स्टूडेंट ऑफ मुस्लिम यूथ फोरम की ओर से लव जेहाद का मैसेज वट्सएप पर वायरल हो रहा है। इस मैसेज में गैर-मुस्लिम लड़कियों से प्यार करने के लिए बाकायदा अलग-अलग रेट भी रखे गए हैं। लव जेहाद के नाम से वायरल इस मैसेज में लिखा है… ‘लव जेहाद मिशन फॉर यूनिवर्सल एंड ग्लोबल इस्लाम’, ‘लव इज नॉट अ क्राइम एंड जेहाद इज अल्लाज वर्क।’
गैर-मुस्लिम लड़कियों के लिए इनाम
हिंदू (ब्राह्मण) – 5 लाख रुपए।
हिंदू (क्षत्रिय) – 4.5 लाख रुपए।
हिंदू (ओबीसी, एससी, एसटी) 2 लाख रुपए।
जैन – 3 लाख रुपए।
गुजराती- (ब्राह्मण) 6 लाख रुपए।
गुजराती (कच्छी) 3 लाख रुपए।
सिक्ख – 7 लाख रुपए।
क्रिश्चियन (रोमन कैथोलिक) 4 लाख रुपए।
क्रिश्चियन (प्रोस्टेस्टेंट) 3 लाख रुपए।
बुद्धिस्ट – 1.5 लाख रुपए।
ख़बर में आगे लिखा है कि वट्सएप मैसेज में 11 कॉन्टैक्ट नंबर्स भी दिए गए हैं। इसके अलावा गुजरात के अलग-अलग शहरों के चार एड्रेस भी लिखे गए हैं।
इसके बावजूद भास्कर ने खबर की सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की है। यह भी नहीं पता लगाया कि स्टूडेंट ऑफ मुस्लिम यूथ फोरम नाम का कोई संगठन है भी या नहीं? कहीं दंगा भड़काने की वजह से यह मैसेज प्लांट तो नहीं किया गया है? ख़बर इस प्रोपगंडा को और मज़बूत बनाती है कि मुस्लिम नौजवान सुनियोजित तरीके से लव जेहाद टाइप मुहिम चलाते हैं।
दंगा भड़काने का अभियान भास्कर में शुरू से चलाता रहा है। सैकड़ों बार गलतियां पकड़ी जा चुकी हैं। दबाव की सूरत में भास्कर के संपादक गिड़गिड़ाते हैं, नाक रगड़ते हैं, गलती मानते हैं और माफ़ीनामा छापकर थूक चाटने जैसा काम करते हैं लेकिन आदत नहीं सुधारते।
मेरे ख़्याल में भास्कर ग्रुप को अब खुला एलान कर देना चाहिए कि उनका मकसद भाईचारे को खत्म करना और हिंसा को बढ़ावा देना है।
उन्हें पत्रकारों की बहाली का इश्तेहार भी कुछ इस तरह देना चाहिए।
भास्कर डॉट कॉम को 20 सब-दंगाई, 10 सीनियर-सब दंगाई, 5 चीफ सब दंगाई की ज़रूरत है।
(पत्रकार शाहनवाज़ मलिक के फेसबुक पेज से)