अवैध शराब बनवाते पकड़ा गया बीजेपी नेता, अमर उजाला की हेडलाइन में है- पूर्व बीएसपी नेता!

 

अगर नवजोत सिंह सिद्धू किसी मामले में आरोपित होते हैं तो मीडिया उन्हें क्या लिखेगा? पंजाब की कांग्रेस सरकार के मंत्री या पूर्व बीजेपी सांसद?

ख़बरों की दुनिया में अद्यतन (लेटेस्ट) का महत्व होता है…प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ी ख़बर की हेडिंग में उन्हें कोई पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात लिखे तो मुूर्ख ही कहलाएगा। अब वे प्रधामंत्री हैं। यही उनकी पहली पहचान है। हाँ, उनके विस्तृत परिचय में गुजरात का भूतपूर्व मुख्यमंत्री भी लिखा जाएगा।

यानी किसी अख़बार में ये हेडिंग नहीं हो सकती – गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफे़ल डील को घोटाला बताए जाने पर ऐतराज़ जताया। ज़ाहिर है नहीं। हेडिंग में उन्हें पी.एम.ही लिखा जाएगा।

लेकिन किसी ज़माने में अपने भाषिक संस्कारों और सामाजिक सरोकारों के लिए पहचाने जाने वाले हिंदी के प्रसिद्ध अख़बार अमर उजाला के कुएँ या तो भाँग पड़ी है या फिर बीजेपी के साथ किसी बुरी ख़बर को नत्थी करने में उसे डर लगता है। इसका प्रमाण 21 सितंबर के अख़बार में छपी आज़मगढ़ की यह ख़बर है जिसमें एक बीजेपी नेता अवैध शराब के धंधे में पकड़ा गया, लेकिन उसे बताया जा रहा है पूर्व बीएसपी विधायक।

ख़बर पढ़ने पर यह स्पष्ट है कि सुरेंद्रनाथ मिश्र अब बीजेपी में हैं। पहली बीएसपी में थे। ऐसे में हेडिंग यही बननी चाहिए थी कि बीजेपी नेता अवधै शराब के धंधे में पकड़ा गया। लेकिन हेडिंग में बीजेपी ग़ायब है, सिर्फ़ बीएसपी नज़र आ रही है। ज़ाहिर है, यह किसी एक व्यक्ति की ग़लती नहीं है। यह भी दावे से नहीं कहा जा सकता कि ग़लती ख़बर भेजने वाले रिपोर्टर की ही होगी। यह सीधे-सीधे डेस्क का कमाल लगता है और पढ़ा तो संपादक ने भी होगा।

वैसे, लानत मलामत को देखते हुए अमर उजाला के नेट संस्करण में ख़बर को अपडेट करते हुए हेडिंग में पूर्व बीएसपी विधायक के साथ अब भाजपा नेता भी जोड़ दिया गया। पूर्व बीएसपी विधायक को हेडलाइन में न लिखना कुफ़्र था जैसे।

वाक़ई मोदी राज में पत्रकारिता के ऐसे अच्छे दिन आए हैं कि पूछिए मत।

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