गृह मंत्रालय की वो प्रेस रिलीज़ 1 मई को आ ही गई, जिसके बारे में केवल कयास लगाए जा रहे थे। देश में लॉकडाउन के सवा महीने बाद भी कोरोना संक्रमण के मामले, घटने की जगह बढ़ते ही चले गए हैं – लेकिन फिर भी सरकार ने एलान किया है कि देशव्यापी लॉकडाउन को 2 हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया गया है। यानी कि 4 मई से लॉकडाउन अब आगे और 18 मई तक जारी रहेगा। सरकार ने साफ ये भी नहीं किया है कि 18 मई के बाद लॉकडाउन घटेगा, ख़त्म होगा या नहीं घटेगा। गृह मंत्रालय ने अपनी प्रेस रिलीज़ में कहा है कि प्रतिबंधों के साथ ग्रीन और आरेंज ज़ोन में आर्थिक गतिविधियां शुरु होंगी और ये पुराने निर्देशों के मुताबिक ही चलेंगी।
MHA issues order to further extend #lockdown for 2 weeks beyond 04.05.2020, to fight #Covid_19.
New guidelines have permitted considerable relaxations in #Lockdown3 restrictions, within the districts falling in the Green and Orange Zones. pic.twitter.com/hkp6NHaCjq— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) May 1, 2020
उधर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने कहा है कि सेना अपने युद्धक विमानों, बैंड के प्रदर्शन और युद्धपोतों की विशेष लाइटिंग कर के, कोरोना वॉरियर्स के प्रति अपना सम्मान प्रकट करेगी।
लेकिन दरअसल मूल प्रश्न और चिंता ये है कि लॉकडाउन के सवा महीनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी होने की जगह, लॉकडाउन के दूसरे फेस में ये तेज़ी से बढ़े हैं। भारत में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 35,500 से भी अधिक हो गए हैं। मृतकों की संख्या 1100 को पार कर चुकी है। ज़ाहिर है कि सरकार को भी समझ में आ रहा है कि लॉकडाउन, कोरोना संक्रमण को रोकने या कम करने का स्थायी उपाय नहीं है। बल्कि इसके कारण लगातार अर्थव्यवस्था के गले तक पानी चढ़ता जा रहा है। ऐसे में या तो सरकार के पास कोई अलादीन का चराग़ है, जिसे रगड़कर वह शायद हालात को जब चाहेगी ठीक कर देगी, या फिर लॉकडाउन बढ़ाकर, सरकार अपने लिए और समय ले रही है।