विश्व में डेल्टा वैरिएंट का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है और या वैरिएंट भारत पर भी मंडरा रहा है। इससे कुछ हद तक बचने के लिए एकमात्र सहारा वैक्सीनेशन ही है। देश में कोरोना वैक्सीनेशन को सात महीने पूरे होने वाले है। पिछले साल 16 जुलाई से अब तक 53 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। लेकिन राज्य और डोज की स्थिति देखें तो आंकड़े अभी भी एक बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन नहीं होने की तस्वीर दिखाते हैं। ऐसे में अभी पूरे देश में वैक्सीनेशन का सफर काफी लंबा है।
आंकड़ों के अनुसार 22 राज्यों में हर तीसरे व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन लग चुका है। इन लोगों ने वैक्सीन की एक डोज तो लगवा ली। लेकिन अभी दूसरी डोज बहुत ही कम लोगो को मिल सकी है। यानी अभी भी वैक्सीनेशन की रफ्तार आबादी के हिसाब से बहुत ही सुस्त हैै।
दिल्ली में 43 % को एक डोज..
दिल्ली में 43 % आबादी को एक डोज लग चुकी है। वही दूसरी डोज केवल 17 % आबादी को ही लगने की पुष्टि है। यानी दूसरी डोज अभी काफी पीछे है।
यूपी में केवल 4% लोगो ही फुल वैक्सीनेटेड..
उत्तर प्रदेश में तो पहली डोज के ही हालत अभी बहुत खराब है। इतने बड़े राज्य में केवल 20 % को एक डोज ही लगी है। दूसरी डोज में तो यूपी और ज्यादा पिछड़ा हैै, केवल 4% लोगो को ही दोनों डोज मिली हैं।
6 राज्यों में 25% आबादी को दोनो डोज..
गोवा, लद्दाख, लक्षद्वीप, सिक्किम, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में 60% से ज्यादा आबादी को एक डोज लग चुकी है। लेकिन यहां भी दूसरी खुराक काम लोगो को ही मिली है सिर्फ 25% आबादी दोनो डोज के साथ फुल वैक्सीनेट है।
95 % को वैक्सीन की एक डीज..
दादरा नगर हवेली में टोटल 95 % को वैक्सीन की एक डोज लग चुकी है। जबकि केवल 13% को दोनों डोज मिली हैं।
राज्यों के पास 2.82 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध..
अब तो राज्य यह भी नहीं कह सकते कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार दावा कर रही है की राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन मौजूद है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 59 लाख वैक्सीन की नई खेप जारी करते हुए बताया कि बीते 12 दिन में करीब तीन करोड़ से अधिक डोज राज्यों को भेजी जा चुकी हैं। वहीं अभी राज्यों के पास 2.82 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं। जिनका इस्तेमाल कोविड टीकाकरण में किया जाना है।
देश में 8% का ही दोनों खुराक के बाद टीकाकरण पूरा..
वहीं कोविन वेबसाइट को दिखे तो 54.06 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। जिनमें से 11.96 करोड़ लोग दोनों डोज लेकर पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हो चुके हैं। जोकि भारत की आबादी का आधा भी नही है। वेबसाइट के अनुसार, पिछले एक दिन में 57.15 लाख लोगों ने वैक्सीन लिया है जोकि बीते सोमवार, मंगलवार और बुधवार की तुलना में ज्यादा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रो. रिजो एम जॉन ने कोविन वेबसाइट के आधार पर गणितीय मॉडल के जरिए बताया कि देश की 30% आबादी को अभी तक वैक्सीन की एक डोज मिल चुकी है लेकिन इनमें से मात्र 8% को ही दोनों खुराक मिलने के बाद टीकाकरण पूरा हुआ है।
भारत की आबादी को दिखे तो पूरी आबादी को इस रफ्तार सेे टीका लगाने में तो 5,6 साल से भी ज्यादा का वक्त लग जाएगा। और जिस हिसाब से पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में भी डेल्टा वैरिएंट का खतरा मंडरा रहा है। जोकि वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को संक्रमित कर रहा है । ऐसे में खुद को कुछ हद तक सुरक्षित रखने का सहारा एकमात्र सावधानी और वैक्सीन ही है। लेकिन जिस गति से वैक्सीन लग रही है ऐसे में पूरे देश को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य पूरा होने में न जाने कितना समय लग जायेगा और अभी तक बच्चो को तो टीका लगाना शुरू भी नहीं हुआ है।