ये एक वीडियो है, ये इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर अपने इल्यूज़न-मायाजाल-जादू के अपने नियमित करतब-एक्ट दिखाने वाले इन 13 देशों के जादूगरों-इल्यूज़निस्ट्स का सामान्य सा वीडियो हो सकता था। लेकिन कोरोना काल में ये दिल है, जो एक देश से दूसरे देश की यात्रा करता हुआ भेजा गया है, दुनिया भर में कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में अग्रिम पंक्ति पर डटे चिकित्साकर्मियों के नाम! ख़ास बात ये है कि इसकी शुरुआत और इस विचार पर काम – दिल्ली की एक इल्यूज़निस्ट्स की जोड़ी ने किया। राजधानी के इल्यूज़निस्ट अरुण-वरुण ने जब इस आईडिया को इंस्टाग्राम पर दुनिया भर में काम कर रहे, अलग-अलग देशों के इल्यूज़न या आम भाषा में जादू करने वाले कलाकारों से साझा किया तो एक-एक कर के, 13 देशों के 17 ऐसे कलाकार इस वीडियो को करने के लिए तैयार हो गए और फिर बना ये वीडियो।
इस वीडियो में सबसे पहले भारत से अरुण, प्रतीकात्मक रूप से दिल, हाथ में ले कर – इन चिकित्साकर्मियों का आभार प्रकट करते हैं और फिर वह दिल उनके मोबाइल की स्क्रीन पर छप जाता है। इसके बाद, ये दिल अलग-अलग कलाकारों के मोबाइल की स्क्रीन पर दुनिया भर में यात्रा करता है और वो अपनी एक ट्रिक दिखाते हैं और ऐसे 13 देशों के 17 जादूगरों के साथ, ये वीडियो वापस भारत में वरुण के साथ पूरा होता है।
इस ख़ूबसूरत वीडियो संदेश को जारी करने वाले दिल्ली की जोड़ी में से एक अरुण ने मीडिया विजिल से बात करते हुए कहा, “इस वीडियो में दुनिया के अलग-अलग कोनों, अलग-अलग महाद्वीपों के 17 इल्यूज़निस्ट्स शामिल हुए, उन सबको इसका आईडिया भेजा गया। उन्होंने अपने-अपने एक्ट इस आईडिया के साथ तैयार किए। फिर सबने अपना एक्ट अपने घर से ही मोबाइल के ज़रिए हमको रिकॉर्ड कर के भेजना शुरु किया। 2 हफ्ते में हमारे पास सारे वीडियो आ चुके थे।” अरुण के मुताबिक इसके बाद 1 हफ्ता इस वीडियो को सिंक और एडिट करने में लगा और फिर 2 मई को इसको रिलीज़ किया गया। इस वीडियो में कोरोना से बड़ी जंग लड़ रहे, सिंगापुर के 3 और यूएसए के दो कलाकार हैं।
इस वीडियो में काम करने वाले 13 देशों के जादूगरों-इल्यूज़निस्ट्स के नाम हैं;
- भारत – अरुण-वरुण
- सिंगापुर – एल्विन, टियान, एलेन
- यूएसए – अमांडा, डेनिस
- नीदरलैंड्स – करीम
- रूस – क्रिस
- ऑस्ट्रिया – निकोलस
- श्रीलंका – हिरुशान
- इंडोनेशिया – सुलाप्का
- कनाडा – क्रिस
- तुर्की – मेहमे
- मैक्सिको – फर्नांडो
- ऑस्ट्रेलिया – बेनेडिक्ट
- प्यूरेटो रिको – जॉर्गे
इस वीडियो का जारी करने का मकसद, ये था कि न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के ख़तरे के बावजूद, सरकारों या प्रशासन द्वारा पर्याप्त सुविधाएं न मुहैया कराए जाने के बावजूद, अपनी जान जोख़िम में डाल कर – लोगों की जान बचाने, संक्रमण को फैलने से रोकने में लगे मेडिकोज़ को एक आभार प्रकट किया जाए। और…अपना दिल निकाल कर, हाथ में रख देने से बेहतर आभार प्रकट करने का ज़रिया क्या हो सकता है?