अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर लातेहार में रैली, महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण की मांग!

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज लातेहार जिला के मनिका में एक जागरूकता रैली एवं सभा का आयोजन किया गया। रैली में लोकसभा, विधानसभा एवं स्थानीय निकाय के चुनावों सहित सरकारी विभागों में महिलाओं को पचास प्रतिशत देने की मांग की गई। रैली का नेतृत्व महिला अधिकार संघर्ष समिति की रीता देवी ने किया। स्थानीय हाई स्कूल से काफी संख्या में महिलाओं ने हाथों में महिला अधिकारों से सम्बंधित नारे लिखी गई तख्तियां लेकर निकलीं। तख्तियों में लिखा था ‘कन्या भ्रूण हत्या बंद करो, डायन हत्या बंद करो, सभी गर्भवती महिलाओं को मातृत्व हक़ प्रदान करो’। रैली प्रखंड परिसर में पहुँचकर सभा में तब्दील हो गई।

सभा में बोलते हुए सुखमनी देवी ने कहा कि हमें गर्व है कि हम मानव सृष्टि के वाहक हैं। हमारी लड़ाई आज पितृ सत्ता के विरुद्ध है।

कोपे की ऋतंभरा देवी ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं को अपने हकों को लेने के लिए स्वयं ही आगे आना पड़ेगा।

रीता देवी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार में बेटों को पढाई में विशेष ध्यान देते हैं, लेकिन बेटियों के मामले में दोयम दर्जा अपनाया जाता है।

इस अवसर पर लालबिहारी सिंह ने कहा कि आए दिन महिलाओं खासकर बच्चियों पर यौन शोषण बढ़ता जा रहा है। महिलाएं डायन हत्या की शिकार हो रही हैं। बेटियों की गर्भ ही भ्रूण हत्या कर दी जा रही हैं। यह समाज के लिए बेहद खतरनाक संकेत है।

कार्यक्रम के माध्यम से झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्री मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनिका को सौंपा गया। मांग पत्र में कहा गया है कि लोक सभा, विधान सभा एवं स्थानीय निकाय के चुनावों तथा सभी सरकारी विभागों में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण संबंधी कानून पारित किया जाए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 2013 के तहत सभी गर्भवती महिलाओं को मातृत्व हक का लाभ दिया जाए। सभी एकल नारी, परित्यकता और विधवा महिलाओं को पेंशन, राशन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी की जाए। यौनिक हिंसा सहित सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मुफ्त कानूनी सहायता व आर्थिक मुआवजा राशि की गारंटी की जाए। केन्द्र सरकार द्वारा हाल में पारित तीनों कृषि कानूनों को तत्काल रद्द किया जाए।

सभा का संचालन नरेगा सहायता की प्रेमा तिग्गा ने किया। कार्यक्रम में बेटा-बेटी के बीच अंतर को लेकर विभिन्न गाँव के लोगों ने पारंपरिक जागरूकता गीत पेश किये। कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोज सिंह, बाजो देवी, पचाठी सिंह, जेम्स हेरेंज, सारो देवी, सोनिया देवी, अमरदयाल सिंह आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


विशद कुमार स्वतंत्र पत्रकार हैं।

First Published on:
Exit mobile version