असम के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी ताकत झोक रखी है। तमाम नेता राज्य के दौरे पर हैं। इसी क्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी 21 मार्च से असम में चुनावी दौरे पर रहेंगी। असम में प्रियंका गांधी करीब आधा दर्जन चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगी।
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी ने पिछली बार माँ कामाख्या मंदिर में दर्शन के बाद अपना चुनावी अभियान असम में शुरू किया था। वो चाय बागानों के मजदूरों के बीच पहुंची थीं और पांच गारंटी की चर्चा की थी।
असम के चुनावी विश्लेषक महासचिव के दौरे को बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं। खासकर प्रियंका गांधी जी की आसाम की महिलाओं और चाय बागानों के मजदूरों के बीच अच्छी लोकप्रियता देखी जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जोरहाट, नज़ीरा, खुमाटाई, शारूपाथर, नागांव समेत लगभग आधा दर्जन जनसभाओं को संबोधित करेंगी।
असम चुनाव में कांग्रेस ने पांच गारंटी का ऐलान किया है-
पहली गारंटी:- कांग्रेस अगर असम में सत्ता में आई तो संशोधित नागरिकता कानून को निरस्त करने के लिए नया कानून लेकर आएगी।
दूसरी गारंटी:- अगर हमारी सरकार बनेगी तो बिजली की 200 यूनिट लोगों को मुफ्त में मिलेगी। बिजली के बिल से लोगों के 1400 रुपये हर महीने बच जाएंगे।
तीसरी गारंटी:- गृहिणी सम्मान योजना दी जाएगी। इसके तहत घर संभालने वाली महिलाओं को 2000 रुपए महीना दिया जाएगा।
चौथी गारंटी:- चाय बागानों में काम करने वालों की न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाई जाएगी। उन्हें 365 रुपए का वेतन दिया जाएगा।
पांचवी गारंटी:- कांग्रेस पार्टी की असम में सरकार बनेगी तो कम से कम 5 लाख सरकारी नौकरियां देगी।
इसके पहले पिछली बार के असम दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने तेजपुर में चुनाव रैली को संबोधित किया था और साधारु में चाय बागान की महिला मजदूरों से मुलाकात की थी। उन्होंने माथे पर टोकरी लगाकर उनके साथ चाय की पत्तियां तोड़ी थी। दरअसल असम और देश की राजनीति में चाय बागान के मजदूरों के संकट मुद्दा महत्वपूर्ण रहता है।
बता दें कि असम में विधानसभा की 126 सीटों पर तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण के लिए 27 मार्च को वोटिंग होगी। 2 मई को वोटों की गिनती होगी।