सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर अगिया बैताल किस्म के कवरेज से हिंदी के नंबर एक चैनल की कुर्सी पर जा बैठे ‘रिपब्लिक’ के संपादक अर्णब गोस्वामी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके ख़िलाफ़ महाराष्ट्र विधानसभा में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया गया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने यह प्रस्ताव पेश किया था।
प्रताप सरनाइक का आरोप है कि अर्णब गोस्वामी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है जिसे देखते हुए उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सरनाइक ने कहा कि टीआरपी की होड़ में रिपबल्कि टीवी और उसके एंकर संपादक अर्णब गोस्वामी ने लगातार झूठ बोला और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रतिष्ठा को धूमिल किया।
वहीं अर्णब के ख़िलाफ़ 2018 में इंटीरियर डिजायनर अन्वय नाइक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में भी जाँच की जाएगी। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने विधानसभा में कहा कि अन्वय एक मराठी इंटीरियर डिजायनर थे जिन्होंने आत्महत्या के पहले लिखे अपने ख़त में आरोप लगाय था कि उन्होंने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिजायन किया था लेकिन उन्हें भुगतान नहीं किया गया था। अनिल देशमुख ने बताया कि अन्वय नाइक की पत्नी अक्षता नाइक और बेटी प्रज्ञा नाइक ने उनके पास आकर अर्नब की शिकायत की है, इसलिए महाराष्ट्र पुलिस इस मामले की जाँच होगी।
रिपब्लिक टीव्ही वृत्तवाहिनीवरील अनेक कार्यक्रमांमध्ये संपादक, वृत्तनिवेदक अर्णव गोस्वामी यांनी मा. मुख्यमंत्री व इतर मंत्र्यांबाबत हेतुपुरस्सर आक्षेपार्ह विधाने केली आहेत. यासाठी त्यांच्याविरुद्ध नियम 203 अन्वये विशेषाधिकारभंगाचा प्रस्ताव मी आज विधानसभा अध्यक्षासमोर मांडला. pic.twitter.com/xFxnZaA8Yr
— Pratap Sarnaik (@PratapSarnaik) September 8, 2020