PMC बैंक घोटाला: मुंबई में खाताधारकों ने RBI के बाहर किया प्रदर्शन, सरकार खामोश!

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारकों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर आज महाराष्ट्र में पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) के खाताधारकों ने मुंबई स्थित भारतीय रिजर्व बैंक के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक में ग्राहकों का 11500 करोड़ रुपया जमा है, बैंक की ब्रांच पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली और गोवा में भी हैं.

घोटाले की खबर आने के बाद पीएमसी बैंक से जुड़े 5 खाताधारकों की अब तक मौत भी हो चुकी है. इस में दो खाताधारक की मौत हार्ट अटैक से हुई है. जबकि 39 वर्षीय खाताधारक और डॉक्टर ने वरसोवा इलाके में अपने घर में कथित रुप से आत्महत्या कर ली.

इससे पहले भी 19 अक्टूबर को जमाकर्ताओं ने मुंबई में आरबीआई कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन में पीएमसी (PMC) बैंक के जमाकर्ताओं के साथ विरोध करने वाली एक बुजुर्ग महिला बीमार पड़ गई थी. बाद में पुलिसकर्मियों और अन्य जमाकर्ताओं ने उसकी मदद की और उसे अस्पताल तक पहुंचाया.

सुप्रीम कोर्ट ने 18 अक्टूबर को उस याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया, जिसमें मांग की गई थी कि उन 15 लाख लोगों को उनका पैसा वापस दिलाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाए, जिनका पैसा पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपेरेटिव बैंक (पीएमसी बैंक) में घोटोल के चलते फंसा हुआ है. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिकाकर्ता से हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के लिए कहा.

पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम के प्रावधानों के तहत पीएमसी बैंक पर नियामक प्रतिबंध लगाए थे. आरबीआई ने शुरू में जमाकर्ताओं को 1,000 रुपये निकालने की अनुमति दी थी, बाद में इसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया और अब बढ़ाकर 40,000 रुपये कर दिया गया है, लेकिन ग्राहक अपने सभी खातों तक पूरी पहुंच की मांग कर रहे हैं.

बैंक के खाता धारक लगातार विरोध कर रहे हैं.

घोटाले सामने आने के बाद खाताधारक अपने बैंक से पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं. आरोप लगने के बाद बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. ऐसे में जमाकर्ता दिल्ली की अदालत के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. बैंक के पूर्व प्रबंधकों की पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा जांच कर रही है.

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