मॉब लिंचिंग: झारखंड को लिंचिंग हब कहने पर आहत हैं PM मोदी

बुधवार को राज्यसभा में झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “भीड़ द्वारा एक युवक की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किए जाने की घटना से मुझे दुख हुआ है,लेकिन इसके लिए पूरे प्रदेश पर आरोप लगाना गलत है.लेकिन राज्यसभा में कुछ लोग झारखंड को लिंचिंग का हब मानते हैं। क्या यह सही है? वे एक राज्य का अपमान क्यों कर रहे हैं?, हममें से किसी को भी झारखंड को बदनाम करने का अधिकार नहीं है.”

मोदी ने यह बयान राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा झारखंड के सरायकेला में मॉब लिंचिंग की घटना की निंदा किए जाने के दो दिन बाद दिया है. आजाद ने कहा था कि झारखंड मॉब लिंचिंग की फैक्ट्री बन चुका है.

मोदी ने कहा कि ऐसी हत्याओं के लिए बिना किसी भेदभाव के देश का एक ही मत होना चाहिए, चाहे वह झारखंड में हो, केरल में हो या पश्चिम बंगाल में हो. उन्होंने कहा, “सिर्फ तभी हम हिंसा पर रोक लगा पाएंगे और हिंसा में शामिल लोगों को सजा मिलेगी.”

मोदी ने कहा कि झारखंड मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. जो बुरा हुआ है, जिन्होंने बुरा किया है. उन्हें सजा मिलनी चाहिए. वहां भी सज्जनों की भरमार है.अपराध होने पर उचित रास्ता कानून और न्याय से है. संविधान, कानून और व्यवस्थाएं हैं इसके लिए. हम जितना कर सकते हैं, करना चाहिए और इससे पीछे नहीं हटना चाहिए. गुड टेररिज्म और बैड टेररिज्म ने बहुत बड़ा नुकसान हुआ है.

झारखंड के खरसावां जिले में 18 जून को एक मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला.

एक तरफ़ लंबी ख़ामोशी तोड़ कर प्रधानमंत्री मोदी मॉब लिंचिंग पर झारखंड के अपमान से आहत होकर राज्य सभा में भाषण दे रहे थे और कह रहे थे कि इस घटना को लेकर पूरे राज्य का अपमान करना सही नहीं है. क्योंकि वहां बहुत अच्छे लोग भी रहते हैं.

वहीं संसद के बाहर दिल्ली के जंतर मंतर पर मॉब लिंचिंग में मारे गए तबरेज अंसारी की हत्या के खिलाफ बुधवार, 26 जून को देश भर में लोग मॉब लिंचिंग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. आज देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए और कैंडिल मार्च निकाले गए. झारखंड की राजधानी रांची से लेकर देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर तक नागरिक समाज के लोग अलग-अलग समय पर जमा हुए और घटना की निंदा और सभी ने दोषियों को सज़ा और इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की. तबरेज अंसारी को भीड़ ने पहले चोरी के शक में पकड़ कर उसे खंभे से बांधकर 18 घंटे तक लगातार बेरहमी से पीटा गया. भीड़ अंसारी को मारती रही.मौके पर मौजूद ये लोग इस पर भी नहीं रुकी. भीड़ ने उससे जबरन जयश्री राम के नारे लगवाए. 22 जून को एक अस्पताल में उसने.

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