हिंदुत्व की तुलना ISIS से करने पर आज़ाद ने कहा गलत तो सलमान खुर्शीद ने कहा- नहीं बदलेगी इससे मेरी सोच!

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की लिखी किताब को लेकर विवाद अभी तक जारी है। गुरुवार देर शाम तक कांग्रेस से अलग चल रहे जी23 गुट के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने भी खुर्शीद की किताब में की गई कथित तौर पर हिंदुत्व की आतंकवादी समूहों बोको हराम और आईएसआईएस के जिहादी इस्लाम से तुलना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया बताया। इस पर अब सलमान खुर्शीद ने प्रतिक्रिया दी है। खुर्शीद कहना है कि वह गुलाम नबी आज़ाद से किसी भी तरह की बहस में नहीं पड़ना चाहता।

गुलाम नबी आज़ाद ने क्या कहा था?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने गुरूवार को खुर्शीद की पुस्तक के विवादित किताब का जिक्र करते हुए ट्वीट में लिखा, “श्री सलमान खुर्शीद की नई किताब में, हम भले ही हिंदुत्व को हिंदू धर्म की मिली-जुली संस्कृति से अलग एक राजनीतिक विचारधारा मानकर इससे असहमति जताएं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना ISIS और जिहादी इस्लाम से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और एक अतिशयोक्ति है।”

सलमान खुर्शीद ने क्या कहा?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब गुलाम नबी आज़ाद के इस बयान पर सलमान खुर्शीद ने प्रतिक्रिया दी हैं, उन्होंने कहा, “यह उन्हें (आज़ाद) बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया लग सकता है, लेकिन यह मुझे बिल्कुल भी अतिरंजित नहीं लगता है। मैं उनके (आज़ाद) साथ किसी भी बहस में नहीं पड़ना चाहता, क्योंकि मुझे लगता है कि उन्होंने यह सब आकस्मिक क्षण में कहा होगा और इस पर कोई गंभीर विचार नहीं किया होगा। वह एक वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो फिर उन्होंने जो कहा उसका हम सम्मान करते हैं। लेकिन इससे मेरी सोच नहीं बदलेगी।”

सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखी बातों पर कहा कि “मैं इन लोगों (हिंदुत्व वालों) को आतंकवादी नहीं कह रहा हूं। मैंने केवल इतना कहा है कि वे धर्म को विकृत करने में बहुत समान हैं। हिंदुत्व ने जो किया है उसने सनातन धर्म को किनारे कर दिया है और हिंदूवाद और हिंदुत्व ने बोको हरम और ISIS की तरह एक मजबूत और आक्रामक स्थिति बना ली है। कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं इस तुलना में किसी और के बारे में नहीं सोच पाता। मैंने सिर्फ कहा कि वे काफी समान हैं। बस इतना ही। इसका हिंदूवाद से कोई लेना-देना नहीं है। हिंदुत्व सिर्फ धर्म को तोड़-मरोड़ के पेश करने जैसा है।”

किताब में क्या लिखा था?

जिस किताब पर इतना विवाद हो रहा सलमान खुर्शीद की उस किताब के पेज नंबर 113 का चैप्टर है ‘सैफरन स्काई’ यानी भगवा आसमान में सलमान खुर्शीद लिखते हैं, “साधु-संत जिस सनातन धर्म और शास्त्रीय हिंदुत्व को जानते हैं उसे किनारे करके हिंदुत्व के ऐसे वर्जन को आगे बढ़ाया जा रहा है जो राजनीतिक तौर पर हर पैमाने में आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों के राजनीतिक रूप जैसा है।”

First Published on:
Exit mobile version