केंद्र सरकार सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया और सरकारी तेल रिफ़ाइनरी भारत पेट्रोलियम कोर्पोरेशन को मार्च तक बेचने पर विचार कर रही है। सरकार ने पिछले साल भी एयर इंडिया को बेचने की योजना बनाई थी लेकिन तब निवेशकों ने एयर इंडिया को खरीदने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया था इसलिए इसे बेचा नहीं जा सका था।
Bye bye Maharaj? FM says Modi govt will sell Air India and Bharat Petroleum by March 2020 https://t.co/A2jql7aMGm
— Free Press Journal (@fpjindia) November 17, 2019
एयर इंडिया पर फिलहाल लगभग 58,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके अलावा सरकारी विमानन कंपनी का परिचालन घाटे में बना हुआ है।
इसी तरह पहले खबर आई थी कि केंद्र सरकार भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में अपनी 53 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी को बेचने जा रही है। इसके लिए सरकार की तरफ से सारी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है।
Air India, Bharat Petroleum Corporation to be sold by March: FM Nirmala Sitharaman – Times of India https://t.co/8FbWsiSdSH
— Nirmala Sitharaman (Modi Ka Parivar) (@nsitharaman) November 17, 2019
बीपीसीएल की नेटवर्थ फिलहाल 55 हजार करोड़ रुपये है। अपनी पूरी 53.3 फीसदी बेचकर सरकार का लक्ष्य 65 हजार करोड़ रुपये की उगाही करने का है। पिछले साल सरकार ने ओएनजीसी पर एचपीसीएल के अधिग्रहण के लिए दबाव डाला था। इसके बाद संकट में फंसे आईडीबीआई बैंक के लिए निवेशक नहीं मिलने पर सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में एलआईसी को बैंक का अधिग्रहण करने को कहा था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार चाहती है मार्च तक एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
उन्होंने कहा कि दोनों कंपनियों को लेकर हमारी जो योजना है हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत तक उन्हें पूरा कर लेंगे।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार को इन दोनों कंपनियों को बेचने से इस वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ का फायदा होगा।
अगस्त में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने कहा था कि एयर इंडिया का बकाया ईंधन बिल 5,000 करोड़ रुपये हो गया था, जिसका लगभग भुगतान नहीं किया गया था।