मोदी के खिलाफ बनारस के मैदान में ताल ठोंकेंगे बाहुबली अतीक अहमद?

ख़बर है कि नैनी जेल में बंद इलाहाबाद के डॉन अतीक अहमद ने भी बनारस के चुनावी दंगल में नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोंकने की इच्‍छा जतायी है। चर्चा है कि समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से वे चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं, हालांकि पार्टी ने शनिवार रात इसका खंडन कर दिया।

इसके लिए अतीक ने अदालत से पेरोल की मांग की है। इलाहाबाद की एमपी-एमएलए विशेष अदालत में उन्‍होंने परचा भरने और प्रचार के लिए पेरोल की अर्जी लगायी है। उन्‍होंने अर्जी में बताया कि नामांकन पत्र वे पहले ही ले चुके हैं। चूंकि जेल में रहकर प्रचार नहीं हो पाएगा इसलिए उन्‍हें पेरोल दी जाए।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के महासचिव लल्‍लन राय ने पहले इस बात की पुष्टि की थी कि पेरोल मिलने पर अतीक के नाम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। बाद में पार्टी के मीडिया प्रभाग ने इस खबर का खंडन कर दिया, जिसके चलते महासचिव को अपने पहले के बयान से पलटना पड़ा। अब वे कह रहे हैं कि अतीक के आवेदन के बाद विचार किया जाएगा।

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अतीक को नैनी जेल से गुजरात की किसी जेल में ले जाने को कहा था। इसके बाद यह ख़बर आयी है।

अतीक की अर्जी पर सुनवाई सोमवार 29 अप्रैल को है। इसी दिन बनारस से नामांकन की अंतिम तारीख है।

इस लोकसभा चुनाव में ज़मानत पर बाहर चल रहे कुछ प्रत्‍याशी भाजपा ने उतारे हैं जिन पर आतंकवाद जैसे संगीन जुर्म के आरोप हैं। पहले भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा ने टिकट दिया, उसके बाद मेजर रमेश उपाध्‍याय के बलिया से हिंदू महासभा के टिकट पर लड़ने की खबर आयी जो प्रज्ञा की ही तरह मालेगांव विस्‍फोट का आरोपी है। इसी साजिश में कथित तौर पर शामिल सुधकर चतुर्वेदी के चुनाव में उतरने की भी खबर है।

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