दिल्ली में ज़्यादातर लोग नौकरी या पढ़ाई के मकसद से रहते हैं। ऐसे में काम पर या कोचिंग जाते वक्त जल्दबाज़ी होना लाज़मी हैं। ऑफिस टाइम पर जाने के लिए लोग जल्दबाज़ी में वाहन भी तेज़ चलाते हैं। जिसका नतीजा ये है की दिल्ली में इस साल सबसे ज़्यादा ओवर स्पीडिंग का चालान किया गया है। 1 जनवरी से 15 अक्टूबर तक ही 2761937 तेज़ रफ्तार से गाड़ी चलाने वालों का चालान किया गया या उनके घर नोटिस भेजा गया।
वाहनों को ठीक से पार्क न करने की समस्या..
यह पहली बार है जब दिल्ली में ओवर स्पीडिंग के लिए इतने चालान किए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ओवर स्पीडिंग का चालान कैमरों के जरिए किया गया है। सिर्फ ओवर स्पीडिंग ही नही बल्कि दिल्लीवासियों के अंदर वाहनों को ठीक से पार्क न करने की समस्या भी है। ओवर स्पीडिंग के बाद दूसरे नंबर पर अवैध पार्किंग के चालान किए गए हैं।
दूसरे नंबर पर अवैध पार्किंग के चालान..
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक 1 जनवरी से 15 अक्टूबर तक केवल 18 वाहन चालकों को ओवर स्पीडिंग का मौके पर चालान किया गया है। वरना ज़्यादातर चालान कैमरों से किए गए हैं।
- ओवरस्पीडिंग के लिए 27,61,937 चालान जारी किए गए हैं। इनमें से 27,61,937 ड्राइवरों को नोटिस भेजे जा चुके हैं।
- अवैध पार्किंग के लिए कुल 10,89,289 चालान जारी किए गए हैं। इनमें से 374561 का मौके पर चालान किया गया है, वहीं, अवैध रूप से वाहन पार्क करने वाले 714728 लोगों को नोटिस भेजा गया है।
तीसरे नंबर रेड लाइट जपिंग के चलन..
- मौके पर ही रेड लाइट जंप करने वाले 29796 लोगों का चालान किया गया है, जबकि 928759 लोगों को नोटिस भेजा गया है।
- खतरनाक ड्राइविंग के लिए कुल 37971 चालान किए गए हैं। इनमें से 37816 का मौके पर चालान किया गया है, जबकि 155 लोगों को नोटिस चालान भेजा गया है।
- ट्रिपल राइडिंग के लिए कुल 10389 चालान किए गए हैं। इनमें से 5364 लोगों का मौके पर चालान किया गया है,और 5024 लोगों को नोटिस भेजा गया है।
- शराब पीकर वाहन चलाने वाले 1825 लोगों का ही चालान 15 अक्तूबर तक किया गया है।