राज्यसभा में CAB पास हुआ, बिल के खिलाफ असम में विरोध तेज, इन्टरनेट सेवा बंद

 इधर राज्यसभा में यह बिल पास हो गया है.  सेलेक्ट कमिटी के पास भेजने प्रस्ताव पहले ही गिर गया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया है. ऐसे में नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के खिलाफ असम में हालात बेकाबू हो चुका है. गुवाहाटी से असम की हालात पर दैनिक सेंटिनल के पूर्व सम्पादक दिनकर कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट प्रस्तुत है . [संपादक]


नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के विरोध में असम जल रहा है।स्वत:स्फूर्त रुप से असमिया समाज विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आया है।कई दिनों से राज्य के तमाम शैक्षणिक संस्थानों के छात्र इसके विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को पूर्वोत्तर छात्र संघ के आह्वान पर समूचे पूर्वोत्तर के साथ असम बंद रहा। बुधवार को यानी आज किसी संगठन ने बंद आहूत नहीं किया था, फिर भी राज्य में कर्फ्यू जैसा मंजर बना रहा।

आज शाम  7 बजे से असम में इंटरनेट सेवा बंद हो गयी है।

कैब का विरोध करते हुए छात्रों ने आज दिसपुर समर्थित सचिवालय को घेर लिया। सड़कों पर टायर जलाकर यातायात को ठप कर दिया गया है। पुलिस ने गुवाहाटी समेत विभिन्न शहरों में भीड़ को काबू में रखने के लिए लाठीचार्ज किया और रबर की गोलियां चलाईं। राज्य में विरोध प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है और आंदोलनकारी नारा लगा रहे हैं-जान दे देंगे मगर कैब को लागू होने नहीं देंगे।

इस बीच कश्मीर को ठंडा करने के बाद मोदी सरकार ने वहां से सीआरपीएफ को असम भेजने का आदेश दिया है। असम में किसी भी समय इंटरनेट सेवा बंद की जा सकती है।

राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो गया है .

दिलचस्प बात यह रही जहां जेडीयू और एआईएडीएमके ने इस बिल के पक्ष में मतदान किया वहीं महाराष्ट्र में लम्बे समय तक बीजेपी के साथ शासन में रही शिवसेना ने राज्यसभा में मतदान के दौरान वाकआउट किया. उसने न पक्ष में न ही विपक्ष में मतदान किया.

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