बिहार और असम बाढ़ में जलमग्न है. असम में बाढ़ के कहर से करीब 26 लाख लोग प्रभावित हैं तो बिहार में करीब 18 लाख लोग बाढ़ के चपेट में हैं. बिहार में कई तटबंध टूटने से हालात और बदतर हो गये हैं. बिहार में 4 लोगों की मौत की खबर है. वहीं असम में बाढ़ और भूस्खलन से 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
Bihar: Water level of Kamala River rises following heavy rainfall in the area; several villages in Darbhanga flooded. (14.07.2019) pic.twitter.com/y0LElIGVX1
— ANI (@ANI) July 15, 2019
ऑल इंडिया रेडियो समाचार के मुताबिक पिछले 4 दिनों में बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में 32 लोगों की मौत हुई हैं.
बाढ़ग्रस्त असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में बचाव और राहत कार्य जारी। अन्य खबरें #समाचारप्रभात में: https://t.co/7UxbfmHzZb
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) July 15, 2019
जबकि बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा स्थापित बाढ़ नियन्त्रण कक्ष ने 13 जुलाई को तटबंध समाचार जारी कर कहा था कि ‘बिहार के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं.’
नेपाल की तमाम नदियां उफान पर हैं. उधर नेपाल में जारी लगातर बारिश के चलते छोड़े गये पानी के कारण कोसी व बागमती सहित प्रमुख नदियों में भयानक उफान हैं. उत्तर बिहार में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है.देर रात बागमती के पानी के कारण सीतामढ़ी में पटना को नेपाल से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल टूट गया. उधर, कोसी प्रमंडल में तटबंध के भीतर अचानक पानी के प्रवेश के बाद वहां से लोगों का पलायन शुरू है. सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, चंपारण व किशनगंज सहित जगह-जगह तटबंध टूटे हैं. उत्तर बिहार के सीतामढ़ी और शिवहर के 200 गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं.
ख़बरों के मुताबिक,मधुबनी के झंझारपुर में कमला बलान का तटबंध तीन जगहों पर टूट गया है. झंझारपुर के नरुआर, अंधराठाढी के रखवारी गांव के पास पूर्वी तटबंध टूटा है. बागमती में उफान के कारण सीतामढ़ी के मेजरगंज में पटना को सीतामढ़ी से जोड़ने वाली सड़क पर स्थित पुल शनिवार की देर रात बह गया. इस कारण पटना का सीतामढ़ी से सड़क संपर्क टूट गया है. यही सड़क पटना को नेपाल से जोड़ती है.
रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ से प्रभावित इलाकों का सर्वे किया.
Bihar Chief Minister Nitish Kumar conducted aerial survey of flood-affected areas in Darbhanga, Madhubani, Sheohar, Sitamarhi & Motihari earlier today, after conducting a high-level meeting on the flood situation in the state. pic.twitter.com/noF5vetuqv
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इससे पहले रविवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पटना स्थित आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि कि वे सतर्क रहे और 24 घंटे बिहार में बाढ़ के लिए जिम्मेदार कारकों पर नजर रखें.
नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग से कहा है कि राहत कैंप खोले जाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं ताकि प्रभावित लोगों को शरण दी जा सके. बाद में मुख्यमंत्री पांच बाढ़ग्रस्त जिलों दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण का हवाई सर्वे भी किया. नीतीश ने बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए.
वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया है.उन्होंने कहा कि चाहे चमकी बुखार हो, सूखा हो या फिर बाढ़ हर घटना के लिए नीतीश कुमारी अपनी जवाबदेही को न मानते हुए प्रकृति को दोष देते हैं.
Nitish Kumar avoiding responsibilities over AES, floods in Bihar: Rabri Devi
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वहीं असम में बाढ़ की वजह से अब तक करीब 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
बाढ़ के कारण राज्य के 28 जिलों के 26 लाख 45 हज़ार 533 लोग प्रभावित हुए हैं. नागरिक प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के पानी की वजह से लुमडिंग-बदरपुर पर्वतीय खंड में रेल सेवाएं नियंत्रित करनी पड़ीं हैं.
Assam: Water from Brahmaputra river enters Nagaon area in Morigaon #AssamFloods pic.twitter.com/gz2mJX5q1Z
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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, नलबाड़ी, चिरांग, गोलाघाट, माजुली, जोरहाट, डिब्रूगढ़, नगांव, मोरीगांव, कोकराझार, बोंगाईगांव, बक्सा, सोनितपुर, दर्रांग और बारपेटा शामिल हैं. बारपेटा में हालत सबसे ज्यादा गंभीर है.
#WATCH Roads washed away as water from Brahmaputra river enters Nagaon area in Morigaon, in Assam. #AssamFloods pic.twitter.com/Mp26AI7MA6
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कांग्रेस ने असम बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग को लेकर दिल्ली में संसद परिसर में गांधीजी की प्रतिमा के आगे प्रदर्शन किया है.
Delhi: Assam Congress MPs protest in front of Gandhi statue in Parliament over flood situation in the state and demand Assam floods to be declared a National Problem pic.twitter.com/FYZTQSfUMx
— ANI (@ANI) July 15, 2019
बाढ़ के कारण कई इलाक़ों में सरकार द्वारा निर्मित बांध और पुल टूट जाने से स्थिति ज़्यादा गंभीर हो गई है. मुख्यमंत्री सोनोवाल ने एक ट्वीट कर जानकारी देते हुए लिखा है कि केंद्र सरकार ने इस संकट की घड़ी में राज्य की हर संभव मदद करने का भरोसा दिया है.
कांजीरंगा नेशनल पार्क पूरी तरह पानी में डूब गया है. कई जानवर मारे गये हैं.
Assam floods: 70% of Kaziranga National Park submerged, animals taken to highlands
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