बीते 19 जून को तमिलनाडु के तूतीकोरिन में एक टीवी पत्रकार जी मुतुवेल पर हमला हुआ.उस हमले में उनके सिर,छाती और हाथ में गंभीर चोटें आईं. यह हमला कथित रूप से एक स्थानीय रियल एस्टेट ब्रोकर एस. षणमुगनातन् द्वारा रात 9:30 के आसपास किया गया था. जी मुतुवेल दलित समुदाय से हैं. इस हमले की पुलिस से शिकायत करने पर भी उन्हें धमकी मिली है. पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बनी समिति (CPJ) ने तमिलनाडु पुलिस से पीड़ित पत्रकार को सुरक्षा देने और दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग की है.
घायल पत्रकार ने सीपीजे को बताया कि उन्हें अज्ञात फोन नंबरों से अस्पताल में भर्ती के दौरान धमकी भरे फोन आए हैं और धमकी दी है कि वह मारपीट की शिकायत को वापिस लें और अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनके साथ फिर से मारपीट की जाएगी.
वहीं, तूतीकोरिन प्रेस क्लब के सदस्यों ने भी पुलिस अधीक्षक मुरली रंभा को एक याचिका देकर मुतुवेल पर हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
हमले के अगले दिन यानी 20 जून गुरुवार को तट्टरमडम् पुलिस ने आरोपी एस.षणमुगनातन् को एससी / एसटी अधिनियम व आइपीसी की धारा 452, 294 (b)(अश्लील भाषा का उपयोग),324(इरादातन हमला),और धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत गिरफ्तार किया गया था. पुलिस अधीक्षक मुरली रंभा के अनुसार दोनों के बीच एक रेस्तरां में कहा सुनी के बाद से दुश्मनी हुई थी. हमला करने वालों में तीन लोग शामिल थे.
जबकि मुतुवेल का आरोप है कि षणमुगनातन् ने कहा कि तट्टरमडम् के पुलिस निरीक्षक गजेन्द्रन पर प्रतिकूल रिपोर्ट जारी करने के लिए उन पर हमला किया गया है. इस शिकायत के बाद एसपी ने इंस्पेक्टर को सशस्त्र रिजर्व में स्थानांतरित कर दिया है. साथ ही श्री रंभा ने आश्वासन दिया कि अगर हमले में उनकी संलिप्तता साबित हुई तो इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस निरीक्षक गजेन्द्रन द्वारा एक वकील को धमकी को धमकी दिए जाने के खिलाफ़ सट्टनकुलम् के वकील दो दिवसीय हड़ताल पर बैठे थे और जी मुथुवेल ने उसकी रिपोर्टिंग की थी. उसके बाद उन पर यह हमला हुआ.
रिपोर्ट के अनुसार,पत्रकार जी मुतुवेल तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्थित पॉलीमेर न्यूज़ के लिए काम करते हैं. मुतुवेल तट्टरमडम् के पास तमरैमोऴि के निवासी हैं और स्रीवैकुण्टम् क्षेत्र से रिपोर्टिंग करते हैं.