रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। उन पर 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। अर्णब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने अर्णव को उनके घर से गिरफ़्तार किया।
अर्नब गोस्वामी को महाराष्ट्र सीआईडी ने 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की आत्महत्या की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। अर्णब को अलीबाग ले जाया गया है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बताया है। उन्होंने कहा है कि यह घटना आपात्काल की याद दिलाती है।
We condemn the attack on press freedom in #Maharashtra. This is not the way to treat the Press. This reminds us of the emergency days when the press was treated like this.@PIB_India @DDNewslive @republic
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) November 4, 2020
दरअसल, यह मामला 2018 का है, जब एक 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद एक सुसाइड नोट मिला था, जिस पर लिखा था कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य ने उन्हें 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।
अर्णब गोस्वामी को महाराष्ट्र विधानसभा ने विशेषाधिकार हनन के संबंध में कारण बताओ नोटिस दिया है जिसके खिलाफ़ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई 6 नवंबर को होगी।