#MeToo: सावंत ने दी Caravan को मुकदमे की धमकी, सीनियर महिला पत्रकार ने कहा ‘कीड़ा’!

टीवी टुडे ग्रुप के अंग्रेज़ी पत्रकार गौरव सावंत ने एक महिला पत्रकार की ओर से कई साल पहले किए गए उत्‍पीड़न पर लगाए आरोप के बाद कारवां पत्रिका पर मुकदमा करने की धमकी दी है। गौरव सावंत के ऊपर विद्या कृष्‍णन नाम की एक पत्रकार ने यौन उत्‍पीड़न का आरोप लगाया था जिसे कारवां पत्रिका ने छापा है। इस आरोप के बाद अंग्रेज़ी मीडिया और ट्विटर पर यह घटना चर्चा का विषय बनी।

पिछले दो दिनों से चल रही चर्चाओं के बीच गौरव सावंत ने एक ट्वीट कर के कहा है कि कारवां पत्रिका में छपा लेख गैरजिम्‍मेदाराना, निराधार और पूरी तरह झूठा है। ‘’मैं अपने वकीलों से बात कर रहा हूं और कानूनी कार्रवाई करूंगा।‘’

इस बीच एक और वरिष्‍ठ पत्रकार कनिका गहलोत ने सावंत के कारनामों पर ट्विटर पर टिप्‍पणी करते हुए उसे ‘पेस्‍ट’ यानी कीड़े की संज्ञा दी है।

खबर है कि आरोपों के चर्चा में आने के बाद सावंत से अनाधिकारिक रूप से छुट्टी पर चले जाने को कहा गया है। इंडिया टुडे चैनल का कहना है कि उक्‍त घटना तब की है जब सावंत इस समूह में काम नहीं करते थे।

मामला 2002-03 का है जब सावंत एमिटी युनिवर्सिटी में लेक्‍चर देने गए थे। उस वक्‍त विद्या कृष्‍णन वहां छात्रा होती थीं और पत्रकारिता में आने की ख्‍वाहिश रखती थी। उन्‍होंने सावंत को अपना आदर्श माना था। अगले साल 2003 में पास होने के बाद कृष्‍णन की नौकरी पायनियर में लग गई जहां उन्‍हें डिफेंस बीट के एक असाइनमेंट पर भेजा गया। वहां उन्‍हें सावंत भी दूसरे पत्रकारों के बीच मिले।

सावंत ने ब्‍यास की यात्रा के दौरान कृष्‍णन का यौन उत्‍पीड़न किया। उस रात सावंत ने कृष्‍णन को एक टेक्‍स्‍ट मैसेज किया और मना करने के बावजूद उनके कमरे में आ गए। सावंतन ने अपनी पैट खोली और कृष्‍णन का हाथ अपने लिंग की ओर बढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद कृष्‍णन के जोर-जोर से चीखने पर सावंत पीछे हट गया।

कारवां ने इन आरोपों पर सावंत को सवाल भेजे थे जिनका उन्‍होंने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन ट्वीट कर के जरूर कहा है कि वे एक मुकदमा करेंगे। कृष्‍णन कहती हैं कि उस वक्‍त उन्‍हें चुप रहना ही बेहतर विकल्‍प समझ में आया।

 

First Published on:
Exit mobile version