मिर्ज़ापुर: नमक रोटी कांड का खुलासा करने वाले पत्रकार की जान को खतरा!

आप जब प्रेस दिवस की पत्रकारों को बधाइयां दे रहे हैं, ठीक उसी वक्त इस साल के सबसे चर्चित खोजी पत्रकार पवन जायसवाल अपनी जान के खतरे और खुद के पत्रकारिता करने को लेकर आए संकट को आपसे साझा कर रहे हैं…

योगी सरकार में खोजी पत्रकार पवन जायसवाल की जान को खतरा, खुद प्रेस दिवस पर संदेश जारी कर बताई अपनी पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश में मिड डे मील योजना के तहत खाने में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को नमक-रोटी मिलने की खबर को उजागर करने वाले पत्रकार पवन जायसवाल को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। यह बात उन्होंने खुद जनज्वार को भेजे अपने एक वीडियो में कही है। पवन जायसवाल ने कहा कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर तनाव है। मेरा पत्रकारिता का काम भी ठप पड़ गया है, क्योंकि फील्ड में जाने को लेकर वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

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मिड डे मील योजना का खुलासा करने वाले पत्रकार पवन जायसवाल ने आज 16 नवंबर को प्रेस दिवस पर जनज्वार को भेजे वीडियो में देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मिडडे मील योजना की खोजी खबर करने के बाद से ही मेरी जान को लगातार खतरा बना हुआ है, मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, जिससे मेरा पूरा काम प्रभावित हो रहा है।

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गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के शिउर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को मिड डे मिल में नमक के साथ रोटी खिलाने का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसे पत्रकार पवन जायसवाल ने बनाया था। यूपी के सरकारी स्कूलों में दिये जाने वाली मिड डे मील में हर दिन का अलग—अलग मेन्यू होता है। इसमें रोटी, दाल, चावल शामिल रहते हैं। यही नहीं हफ्ते में एक दिन खीर और एक दिन फल भी इसमें शामिल रहते हैं, मगर मिर्ज़ापुर के सरकारी प्राइमरी स्कूल के वीडियो में साफ दिखाई दिया कि बच्चे नमक -रोटी खाने को मजबूर हैं। एक महिला बाल्टी में रोटी लेकर बच्चों को परोसती वीडियो में दिखायी दी, जिसके बाद बच्चों को नमक परोसते हुए वीडियो में नजर आया। इसी वीडियो पर बवाल मचा था और कई अधिकारी भी नपे थे।

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हालांकि मिड डे मील में नमक-रोटी परोसे जाने वाली खबर कवर करने वाले पत्रकार और ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि पर धारा 120-बी, 186,193 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था यह मुकदमा इन लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, साझा साजिश व फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया, जबकि नमक-रोटी परोसी जाने वाले वीडियो और फोटो भी मीडिया पर वायरल हुए थे। वीडियो में बच्चे नमक रोटी खाते हुए देखे जा सकते हैं।

घटनाक्रम के 4 महीने बीत जाने के बावजूद न अब तक पवन जायसवाल पर दर्ज मुकदमा वापस लिया गया है और न ही अधिकारी इस मामले में कुछ संज्ञान ले रहे हैं।


 जनज्वार डॉटकॉम से साभार प्रकाशित

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