अनपराके पत्रकार चंदन दुबे को मजदूरों के आंदोलन पर खबर चलाने के बदले पुलिस द्वाराबुरी तरह मारा पीटा गया है और बेहद संगीन धाराएं लगाकर जेल भेज दिया गया है।
मामला उत्तर प्रदेश के अनपरा स्थित थर्मल पावर स्टेशन का है जहां संविदा यानी ठेका मजदूर बीते करीब पांच महीने से धरने पर बैठे हुए हैं। इन मजदूरों में बड़ी संख्सा छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार से है। मजदूरों का आरोप है कि उनसे 12 घंटे से ज्यादा काम लिया जाता है, कोई यूनियन नहीं बनने दी जाती और मेहनताना भी कम दिया जाता है।
अपनीमांगों को लेकर ये मजदूर जब धरने पर बैठे, तो कोई महीना भर पहले चंदन दुबे ने इन्हेंविस्तार से कवर किया और खबर का वीडियो यूट्यूब पर डाल दिया। चंदन बनारस के राइपन्यूज़ के लिए काम करते हैं। नीचे आप चंदन की रिपोर्ट देख सकते हैं:
इतनेलंबे समय तक चलने वाले धरने को किसी राष्ट्रीय मीडिया ने कवर नहीं किया लेकिन जबएक स्थानीय पत्रकार चंदन दुबे ने इस पर प्रकाश डाला तो हिंडालको कंपनी का प्रबंधनऔर स्थानीय प्रशासन उनसे खार खा गया। पांच दिन पहले अनपरा पुलिस ने चंदन दुबे कोबुरी तरह से मारा पीटा और बेहद संगीन धाराओं में जेल भेज दिया है।
पत्रकारआवेश तिवारी ने इस घटना के संबंध में सबसे पहले एक मार्मिक पोस्ट लिखते हुए गिरफ्तारीकी सूचना को सार्वजनिक किया। सूचना के मुताबिक चंदन की पत्नी गूंगी हैं। आवेशलिखते हैं: ‘’उनके तो रोने की आवाज भी हम तक नही पहुंचती। घर मे गरीबी चींख रही है, पांचदिनों से उनके घर मे चूल्हा नही जला।‘’
कुछपत्रकारों ने यूपी पुलिस और सोनभद्र पुलिस को चंदन दुबे की गिरफ्तारी के खिलाफट्वीट भी किया है।