असम के लोकप्रिय न्यूज चैनल प्राग न्यूज के मुख्य संपादक अजीत कुमार भूइयां ने 30 दिसम्बर को नागरिकता कानून के खिलाफ असम में चल रहे तीव्र आंदोलन के दौरान अपने पद से इस्तीफा दे दिया। भूइयां अनवरत रूप से नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समर्थन कर रहे थे और भाजपा सरकार की तीखी आलोचना कर रहे थे।
असम के पत्रकार और एक्टिविस्ट मनजीत महंत ने 5 जनवरी को फेसबुक पर खुलासा किया है कि भूइयां जिस तरह निजी स्तर पर और चैनल के जरिए सीएए के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे, उससे भाजपा सरकार को परेशानी हो रही थी और उसने मालिक पर दबाव डालकर भूइयां को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया। वैसे मालिक संजीव नारायण ने इस आरोप पर खुलकर कुछ नहीं कहा है।
2014 से ही असम में प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भाजपा देश के दूसरे हिस्सों की तरह भय और प्रलोभन देकर नियंत्रित करती रही है। मीडिया को झुकने के लिए कहा गया है तो सभी रेंगने लगे हैं। ऐसे में भूइयां जैसे रीढ़ वाले पत्रकार भी हैं जो रोजगार को लात मारकर जालिम सत्यता के खिलाफ संघर्षरत हैं।
बीते वर्ष जनवरी में जब असम में विरोध शुरू हुआ था तब असम के बीजेपी नेता हेमंत बिस्वा सरमा ने पत्रकार अजीत कुमार भूइयां और एक अन्य पत्रकार के खिलाफ कठोर टिप्पणी की थी.
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