मंगलवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान जमकर हंगामा हुआ. विद्यासागर कॉलेज में बनी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई. रोड शो के दौरान हुई पत्थरबाजी में टीएमसी और बीजेपी के कई समर्थकों के अलावा पत्रकारों को भी चोटें आईं. जगह-जगह पुलिस और बीजेपी समर्थकों में झड़प भी हुई, जिसके चलते पुलिस ने लाठीचार्ज भी कर दिया.
#WATCH: Visuals after clashes broke out at BJP President Amit Shah's roadshow in Kolkata. #WestBengal pic.twitter.com/laSeN2mGzn
— ANI (@ANI) May 14, 2019
मंगलवार को कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान टीएमसी और भाजपा के बीच हुई भयंकर हिंसा में बंगाल नवजागरण के समाज सुधारक और आधुनिक बांग्ला भाषा के सृजक ईश्वर चन्द्र विद्यासागर की मूर्ति टूट गई.
#WATCH Clashes broke out in roadshow of BJP President Amit Shah in Kolkata after sticks were hurled at Shah’s truck. #WestBengal pic.twitter.com/t8bnf31vGA
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उपद्रवियों ने कोलकाता स्थित विद्यासागर कॉलेज में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को भी तोड़ दिया. इस घटना के लिए टीएमसी और भाजपा एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.टीएमसी कार्यकर्ताओं ने रोड शो के दौरान अमित शाह को काले झंडे दिखाए, जिसके बाद मचे हंगामे में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. इसके बाद जमकर तोड़फोड़ हुई, कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.
इस हिंसा के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने अमित शाह और भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बताया वहीं अमित शाह ने इस हिंसा के पीछे ममता और टीएमसी का हाथ बताया है.
Kolkata: Statue of Ishwar Chandra Vidyasagar was vandalised at Vidyasagar College in the clashes that broke out at BJP President Amit Shah's roadshow. #WestBengal pic.twitter.com/XSSWyYbMwu
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मूर्ति टूटने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विद्यासागर कॉलेज पहुंची उन्होंने यहां पर अपने हाथ से मूर्ति के टुकड़े उठाए. साथ ही टीएमसी ने मूर्ति तोड़े जाने को लेकर बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
Kolkata: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee visits Vidyasagar College; clashes broke out near it at BJP President Amit Shah's roadshow today. #WestBengal pic.twitter.com/LDZa5HpZvM
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ईश्वरचंद्र विद्यासागर बंगाल पुनर्जागरण के एक प्रमुख व्यक्ति थे, जो राजा राम मोहन रॉय के साथ मिलकर समाज के पारंपरिक मानदंडों को चुनौती देने वाले पहले भारतीयों में से एक थे. उन्हें महिलाओं, विशेष रूप से विधवाओं के साथ किए गए अन्यायों के खिलाफ लड़ने के अपने अथक प्रयासों के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है.
बाल विधवाओं की दुर्दशा से प्रेरित होने के बाद उन्होंने ब्रिटिश सरकार को कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया और हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम, 1856 को पारित करने के लिए उन्होंने दवाब दिया. संस्कृत और दर्शनशास्त्र में अपने गहन ज्ञान के कारण, उन्होंने संस्कृत कॉलेज से “विद्यासागर” शीर्षक प्राप्त किया. उनका जन्म 26 सितम्बर 1820 को ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रेसिडेंसी में हुआ था और 29 जुलाई 1891 में उनकी मृत्यु हो गई थी.
याद रहें कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में माणिक सरकार की हार और भाजपा की जीत के बाद वहां भाजपा और आरएसएस के गुण्डों ने लेनिन की मूर्ति को भी तोड़ दिया था.
बंगाल में भाजपा राज्य में हिन्दू और राम के नाम पर लोगों से वोट मांग रही है और कोलकाता रोड शो से पहले जयनगर के एक सभा में अमित शाह ने जय श्री राम के नारे लगाये थे और उसी मंच से ममता बेनर्जी को चुनौती देते हुए कहा था कि वह कोलकाता जा रहे हैं और ममता में हिम्मत हों तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं.
वहीं ममता बेनर्जी का कहना है कि वह बंगाल में धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण और साम्प्रदायिकता फ़ैलाने की इजाज़त नहीं देगी. जिसके चलते राज्य में भाजपा के रथ यात्रा को भी इजाज़त नहीं दी और इसके लिए दोनों दलों को अदालत तक जाना पड़ा.
कोलकाता से पहले आसनसोल में भी जमकर हिंसा हुई थी जहाँ से भाजपा के बाबुल सुप्रिय सांसद हैं और वहां तृणमूल से अभिनेत्री मुनमुन सेन मैदान में हैं.
BJP delegation comprising of Defence Minister Nirmala Sitharaman, Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi, Anil Baluni, GVL Narasimha Rao & others will meet Election Commission of India today over clashes at party president Amit Shah's roadshow in Kolkata.
— ANI (@ANI) May 14, 2019
कोलकाता की ताज़ा हिंसा के बाद बीजेपी के की निर्मला सीतारमण और मुख़्तार अब्बास नकवी की अगुवाई में एक टीम ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए ममता बेनर्जी के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है वहीं योगी आदित्यनाथ ने राज्य को बर्खास्त करने की मांग की है.
बता दें कि योगी आदित्यनाथ को राज्य के दक्षिण 24 परगना जिले में कई सभाओं को संबोधित करना था किन्तु ममता सरकार ने इसकी इजाज़त नहीं दी है.
BJP's Sunil Deodhar: Yogi Adityanath has to hold rallies in all 5 LS seats of South 24 Parganas district on May 15. But EC denied permission. Smriti Irani Ji is supposed to come tomorrow, we planned an event of her in Jadavpur. They denied permission at last minute. #WestBengal pic.twitter.com/XR3W1vY2TX
— ANI (@ANI) May 13, 2019
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएँ पश्चिम बंगाल में हो रही है. इससे पहले वहां बीते वर्ष मई में हुए पंचायत चुनावों के दौरान भी खूब हिंसा हुई थी जिनमें कई दर्जन लोग मारे गये थे.
पश्चिम बंगाल में वाम सरकार के पतन के बाद ममता बेनर्जी की तृणमूल काँग्रेस के सत्तासीन होने के बाद से भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में तेजी से अपनी पकड़ बनाते हुए दूसरे नम्बर पर पहुँच गई है. यहाँ न केवल भाजपा की उपस्थिति बढ़ी है बल्कि उसको मिलने वाले वोट प्रतिशत में भी इजाफ़ा हुआ है. अब भाजपा वहां दूसरे नम्बर पर पहुँच गई है.जिसका परिणाम है कि अब वहां भाजपा और तृणमूल के बीच सीधा मुकाबला है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार और ममता के बीच अच्छे सम्बन्ध नहीं है. हाल ही में ममता सरकार ने राज्य में सीबीआई के प्रवेश में रोक लगा दी है.
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण से वहां हिंसा की घटनाएं लगातर जारी है.
हर घटना के बाद तृणमूल और भाजपा एक दूसरे पर हिंसा के लिए आरोप लगा रहे हैं. इस हिंसा के चलते इस चुनाव में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. पांचवे और छठे चरण में भी राज्य में तृणमूल, भाजपा और सीपीएम कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हिंसा हुई. जिनमें कई लोग घायल हुए यहाँ तक कि चुनाव कवर कर रहे कई पत्रकार भी घायल हुए.
WB CM Mamata Banerjee in Basirhat: I didn't say that I will slap you (PM Modi) literally, I said I will give slap of democracy. Why would I slap you? If I slap you, my hand will break, then why should I? Your chest is 56 inch,how can I slap you? I don't want to slap or touch you. pic.twitter.com/YT6rdArX62
— ANI (@ANI) May 11, 2019
गौरतलब है कि बीते दिनों केंद्र और राज्य सरकार के बीच कड़वाहट इतनी बड़ी कि फाणी तूफान के बाद ममता सरकार ने केंद्र से कोई मदद लेने से इंकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का फोन तक नहीं उठाया था और एक सभा में कहा था कि वह उनको लोकतंत्र का तमाचा लगाएगी जिसे बाद में मोदी ने अपने पक्ष में प्रचार के रूप में इस्तेमाल करते हुए कहते रहें कि ममता दीदी ने उनको थप्पड़ मारने की बात कही है.
दिलचस्प बात यह है कि बंगाल के निकाय चुनावों के बाद इस लोकसभा चुनाव में भी राज्य से वाम दल और कांग्रेस ख़बरों से नदारद हैं.