काशीवासियों ने दिया नारा- हिटलर भगाओ, सनातन बचाओ

देश की सबसे वीआइपी सीट बनारस में 19 मई को मतदान है। यहां से सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा लड़ रहे हैं और विपक्ष में कुल 26 प्रत्‍याशी खड़े हैं जिनमें प्रमुख हैं कांग्रेस से अजय राय व गठबंधन से शालिनी यादव। शालिनी यादव एक बार प्रत्‍याशी घोषित होने के बाद समाजवादी पार्टी द्वारा बैठा दी गई थीं लेकिन नए प्रत्‍याशी तेज बहादुर यादव का नामांकन निरस्‍त होने के बाद स्‍थानापन्‍न हैं। अजय राय दूसरी बार नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में बनारस की जनता ने एक परचा जारी करते हुए कुछ चुनावी नारे दिए हैं और नरेंद्र मोदी को हराने की अपील की है ताकि बाजार और हिंदुत्‍व से सनातन धर्म को बचाया जा सके। नीचे परचा अविकल प्रकाशित है (संपादक)



काशी है महादेव, माँ अन्नपूर्णा,

मौलाना अल्वी, शेख अली हाजी

बुद्ध, रैदास, पार्श्‍वनाथ, कबीर का।

काशी नहीं फर्जी फकीर का।।

आज हमें गालिब की बनारस के बारे में लिखी पंक्तियां याद आ रही हैं:

तआलल्लाह बनारस चश्म-ए-बद-दूर बहिश्त-ए-ख़ुर्रम-ओ-फिरदौस-ए-मामूर

इबादतख़ान-ए-नाकूसियाँ अस्त-ए-हमाना काबा-ए-हिन्दोस्तां अस्त

(हे परमात्मा, बनारस को बुरी नजर से दूर रखना, क्योंकि यह आनन्दमय स्वर्ग है है. यह घण्टा बजाने वालों अर्थात् हिन्दुओं की पूजा का स्थान है. यानि यही हिन्दोस्तान का काबा है.)

मिर्जा गालिब ने वाराणसी को काबा कहकर इज्जत नवाज़ी और दूसरी तरफ हमारे सांसद नरेन्द्र मोदी तीर्थस्थल को पर्यटन बनाने में लगे हैं, अघोर को बाजार से पस्त करने की कोशिश कर रहे हैं. क्या करें मिर्जा गालिब, बनारस को बुरी नजर लग गयी. पूर्वजों की विरासत धरोहर, मन्दिर तोड़े गये और तोड़े जा रहे हैं.

माँ अहिल्याबाई की विरासत खतरे में है, धर्म में राज्य हस्तक्षेप कर रहा है. मुहल्ले की विरासत को तहस-नहस कर बाजारवाद खड़ा किया गया है। इसलिये जागरूक वोटर नारा लगा रहा है

भाषण में क्‍योटो हर जगह फोटो, ऐसा बनारस हमें नहीं चाहिए

गाय के नाम पर मुसलमानों और दलितों पर हमले किए गए जबकि विदेश में बीफ बेचने वाली कम्पनियों ने सबसे ज्यादा चंदा लेने में भाजपा को कोई परहेज नहीं रहा है.

माँ गंगा में गिरने वाले नाले बन्द नहीं हुए, मोदी सरकार के सरकारी आंकड़ों के अनुसार माँ गंगा में प्रदूषण और बढ़ गया. वरुणा और असि पूरी तरह प्रदूषित हैं और अस पर उन लोगों ने कब्जा किया जो मोदी के भक्त हैं. न्यूयॉर्क शहर में भी बिजली के तार जमीन के नीचे नहीं हैं जबकि बनारस में बिजली के तार को जमीन के नीचे डाला गया, जो विश्व बैंक के कर्ज से बन रहा है.

लापरवाही व मानक से कमतर काम के कारण महादेव के अनेक नंदी शहीद हुए. नंदी के लिये पशु चिकित्सक के साथ पानी पीने की कोई सुविधा नहीं दी गयी. विकास के नाम पर पुराने बने निर्माण पर केवल चित्रकारी व रोशनी का काम किया गया. एक ओबरब्रिज कैण्ट पर बन रहा था जहां अनेक लोगों की हादसे में मौत हुई.

राजधानी न रहने के बाद भी कांग्रेस सरकार ने वाराणसी में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया, हवाई अड्डे से जाने वाली सड़क का निर्माण कांग्रेस व सपा सरकार में शुरू हुआ, जो मोदी सरकार में पूरा हुआ. कुल मिलाकर असि घाट की सफाई और मण्डुवाडीह के प्लेटफार्म बने जबकि अन्य घाटों की हालत बहुत खराब है और कोई काम नहीं हुआ. सभी जानते हैं कि पं. कमलापति त्रिपाठी ने अपने समय में श्री नरेन्द्र मोदी से ज्यादा काम किया.

आज 45 साल के मुकाबले सबसे ज्यादा रोजगार घटा है और बेरोजगारी बढ़ी है, खेती-किसानी, बिनकारी नष्ट हुई है. युवाओं को पकौड़ा तलने की राय दी जाने लगी. बड़ा लालपुर का ट्रेड फैसिलेटेशन सेंटर जो कांग्रेस सरकार से ही बनना शुरू था श्री नरेन्द्र मोदी ने केवल उसका फीता काटकर वाहवाही लूटना चाही बल्कि यों कहें पिछली सरकार के निर्माणों का उद्घाटन करके श्रेय लेते रहे जबकि पिछली सरकार में भी जनदबाव और संघर्ष के बाद बनी नीतियों और कानूनों को कमजोर करने में जी जान लगा दिया. गोद लिये गांव की हालात को भी एक बार देखना चाहिए.

अब पाकिस्तान-पाकिस्तान चिल्लाया जा रहा है.

जबकि हिन्दू महासभा व मुस्लिम लीग ने मिलकर कांग्रेस के खिलाफ 1939 में चुनाव लड़ा. यह चुनाव ब्रिटिश उपनिवेशी सरकार ने कराया था. हिन्दू महासभा व मुस्लिम लीग ने एक साथ मिलकर सिंध व बंगाल में सरकार बनायी. सिंध की असेम्बली में मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे हिन्दू महासभा ने समर्थन किया और प्रस्ताव पारित हुआ. इसी प्रस्ताव का इस्तेमाल करके अंग्रेजी ब्रिटिश उपनिवेशी सरकार ने पाकिस्तान बनाया जिसका समर्थन सावरकर ने भी किया था. सावरकर ने नौ बार से ज्यादा ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी. सावरकर व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के गुरू गोलवलकर ने कहा कि हमें ब्रिटिश हुकूमत से नहीं लड़ना चाहिए, बल्कि मुसलमानों से लड़ना चाहिए. वहीं आरएसएस ने मनुस्मृति को संविधान से ऊपर और हिटलर व मुसोलिनी को महान माना.

इन्हें सनातन के न्याय, वैशेषिक, सांख्य, लोकायत के साथ श्रमण संस्कृति, बौद्ध, जैन, सूफीवाद, सिक्ख धर्म, सन्त परम्परा से कोई नहीं मिला. यूरोप के कूड़ा करकट हिटलर व मुसोलिनी मिले। हिटलर के कारण जर्मनी बरबाद हो गया. युद्ध में हिटलर ने आत्महत्या कर ली और जर्मन लोग भुखमरी का शिकार हो गये. उसके बाद हिटलर विरोधी लोगों ने जर्मनी का निर्माण किया.

वहीं दूसरी तरफ सल्तनत-ए-मुगलिया के आखिरी चिराग बहादुरशाह ज़फ़र ने लिखा:

गाजि़यों में बू रहेगी जब तलक ईमान की 

तख्ते लन्दन तक चलेगी तेग हिदुस्तान की

उपनिवेशवाद को समर्थन देने वाले एवं कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले लोग बनारस के बहुलतावाद  के साथ सनातन धर्म के वास्तविक मूल्यों के भी विरोधी हैं.

पुलवामा में हमारे सैनिक शहीद हुए. इस घटना के जिम्मेदार अज़हर मसूद को कांग्रेस सरकार ने कैद में रखा था लेकिन भाजपा सरकार ने कांधार में आतंकी कब्जे से यात्रियों की जान बचाने के नाम पर मसूद को कैद से आजाद कर दिया था.

कांग्रेस सरकार के समय 2011 में मुम्बई में आतंकवादी हमला हुआ जिसका घाव अभी भरा भी नहीं था कि 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी जी पाकिस्तान की मेहमानवाजी करने लगे. इसके पूर्व भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रस्ताव लिया था, जिसे पारित कर संयुक्त राष्ट्र संघ ने अज़हर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया, जिस पर भारत सरकार के संयुक्त राष्ट्र संघ में राजदूत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकार के प्रयासों की संयुक्त राष्ट्र संघ में तारीफ की.

आइये उस पार्टी व प्रत्याशी को वोट दे, जो नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराए.

मुक्तिदाता महादेव को मुक्त कराने का दम्भ भरने वाले और महादेव के नारे को एक दम्भी व्यक्ति के जयकारे के नारे में बदलने वाले लोगों को सबक सिखाने के लिए मोदी को भारी से भारी मतों से पराजित करें.

भाजपा हराओ, देश बचाओ

हिटलर भगाओ, सनातन बचाओ

मुसोलिनी भगाओ, संविधान बचाओ

नरेन्द्र मोदी हटाओ, काशी की बहुलतावादी और समावेशी संस्कृति बचाओ

First Published on:
Exit mobile version