चंदौली: मोदी की रैली के बाद बंटा पैसा, रैली में न जाने पर दलितों पर पड़ी लाठी, पीड़ित का वीडियो

बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती विकास, जिसे इसलिए मारा गया क्‍योंकि उसने मोदी की रैली में जाने से इंकार कर दिया था

मीडियाविजिल ने गुरुवार को ख़बर दी थी कि पूर्वांचल के चंदौली स्थित धानापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से पहले सुबह बिसुंधरी गांव के दलितों को दबंगों ने इसलिए पीटा क्‍योंकि उन्‍होंने रैली में जाने से इनकार कर दिया था। ख़बर सूत्रों के हवाले से थी, जो अब पुष्‍ट हो गई है। साथ ही मीडियाविजिल को दो वीडियो मिले हैं जिसमें मोदी की रैली के बाद भाजपा का एक नेता लोगों को नकद पैसे बांटते देखा जा सकता है। 

चंदौली के बिसुंधरी गांव में विकास नाम के दलित युवक से मारपीट की शुरुआत हुई जो कोचिंग में पढ़ने जा रहा था और उसे रास्‍ते में रोक कर शेर सिंह व अन्‍य ने जबरन मोदी की रैली में ले जाने की कोशिश की। उसके मना करने पर मारपीट की गई। खबर का पता लगने पर जब उसके बचाव में अन्‍य दलित वहां पहुंचे तो उन्‍नहें भी लाठी-डंडों से बुरी तरह मारा गया।

इस मामले में एफआइआर दर्ज कराने वाले विकास के पिता रामाश्रय और बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती गंभीर रूप से घायल विकास ने मीडियाविजिल को अपना बयान दिया है जिसमें उन्‍होंने मोदी की रैली में न जाने को ही मारपीट का कारण बताया है।

मामले में जो एफआइआर रामाश्रय ने करवाई उसमें इसका जि़क्र नहीं है। इसकी वजह रामाश्रय ने यह बताई कि विकास को इतनी बुरी तरह पीटा गया था कि वह बेहोश हो गया था। चूंकि एफआइआर विकास के होश में आने से पहले हुई, इसलिए उन्‍हें पता नहीं था कि मारपीट का असली कारण क्‍या है जिसके चलते एफआइआर में इसका जिक्र नहीं हो सका।

रामाश्रय ने बताया कि होश में आने पर विकास ने उन्‍हें सारा विवरण दिया लेकिन तब तक एफआइआर दर्ज हो चुकी थी।

मीडियाविजिल ने ट्रॉमा सेंटर में गुरुवार देर रात विकास और रामाश्रय से बातचीत की। विकास का साफ़ कहना है कि उसे जबरन मोदी की रैली में ले जाने की कोशिश की गई थी। जब उसने इनकार किया तो उसे पीटा गया। उस वक्‍त रामाश्रय मौके पर नहीं थे। ख़बर लगने पर जब गांव के दलित पुरुष और महिलाएं विकास के बचाव मं पहुंचे तो उनके ऊपर भाजपा के सवर्ण दबंगों ने सामूहिक हमला कर दिया।

इस हमले में कई दलितों को चोट आई है। पिछली खबर में विवरण देखा जा सकता है:

चंदौली: मोदी की रैली से ठीक पहले दलितों पर दबंगों का जानलेवा हमला

इसी के साथ एक और वीडियो मीडियाविजिल को प्राप्‍त हुआ है जो चौंकाने वाला है। धानापुर, चंदौली की  इसी रैली के खत्‍म होने के बाद एक भाजपा का नेता लोगों को पैसे बांटते देखा जा सकता है।

रैली में आने वालों को पैसे बांटे जाने को आम तौर से भाजपा के लोग सही ठहराते हैं। भाजपा के एक युवा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘’आपको पता नहीं है कि मोदी और अमित शाह की रैली के लिए मुख्‍यालय से नकद पैसे जाते हैं? इसमें कौन सी बड़ी बात है?’’

इस संबंध में दो वीडियो मीडियाविजिल को अपने सूत्रों से प्राप्‍त हुए हैं। दोनों में ही देखा जा सकता है कि भाजपा का एक नेता लोगों को अपने पास बुलाकर और अपनी जेब से पैसे निकाल कर उन्‍हें चोरी से थमा रहा है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों गुजरात से बनारस में 50 स्‍कॉर्पियो गाडि़यों में लाद कर कुछ पैकेट लाए गए थे और अफ़वाह उड़ी थी कि नकद पैसा भेजा गया है। सूत्रों की मानें तो पूर्वांचल के गांवों के ग्राम प्रधानों को भाजपा की तरफ से अच्‍छा खासा पैसा मिला है।

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