अमेठी में आज मतदान शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महागठबधन में दरार संबंधी बयानों को दरकिनार करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी के वोटरों से आह्वान किया है कि वे अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस प्रत्याशियों यानी क्रमश: राहुल और सोनिया गांधी को वोट दें।
इस बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ग्वालियर की एक रैली में अमेठी के सरकारी अस्पताल के बारे में दिए गए विवादास्पद बयान पर अस्पताल के निदेशक एसएम चौधरी के स्पष्टीकरण ने मामले को साफ़ कर दिया है कि मोदी ने मामले की बिना पुष्टि किए स्मृति ईरानी के ट्वीट के आधार पर जनसभा में यह बात कह दी थी।
PM Narendra Modi in Gwalior, MP: There is a hospital in Amethi whose trustee is a person from 'naamdar family', a few days ago a poor man went there for treatment with his Ayushman card, hospital denied him treatment because he was carrying the Ayushman Bharat card given by Modi. pic.twitter.com/BvwJ8jIUty
— ANI (@ANI) May 5, 2019
मोदी ने एक चुनावी जनसभा में अमेठी के संजय गांधी अस्पताल के बारे में दावा किया था कि इस अस्पताल में कुछ दिन पहले एक गरीब आदमी अपना आयुष्मान कार्ड लेकर इलाज करवाने गया था। मोदी ने दावा किया था कि उसका इलाज करने से केवल इसलिए मना कर दिया गया क्योंकि वह आयुष्मान कार्ड लेकर गया था।
मोदी ने यह बात दरअसल अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी के एक ट्वीट के आधार पर कही थी जिसमें उन्होंने एक व्यक्ति का ऐसा वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह अपने परिजन के संबंध में ऐसा दावा करता नजर आया था।
संजय गांधी अस्पताल के ट्रस्टी राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जवाब दें अमेठी को – एक निर्दोष को क्यूँ मार दिया गया? pic.twitter.com/uWrknyMyZo
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) May 5, 2019
रविवार को ही इस मामले में अस्पताल के निदेशक चौधरी का स्पष्टीकरण आ गया। उन्होंने स्मृति ईरानी के वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि यह आरोप निराधार है और वे अब तक योजना के अंतर्गत 200 मरीजों का इलाज कर चुके हैं।
SM Choudhary,Director Sanjay Gandhi Hospital,Amethi on allegations made by a man in a video tweeted by Smriti Irani, that his relative who holds an Ayushman Bharat card was denied treatment at hospital: It's a baseless allegation,We've treated 200 patients under the scheme so far pic.twitter.com/SXsDnEA0sE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 5, 2019
चौधरी ने कहा कि जिस मरीज के बारे में यह दावा किया जा रहा है वह अपने साथ आयुष्मान कार्ड लेकर अस्पताल नहीं आया था।
स्मृति ईरानी द्वारा किए गए ट्वीट की सत्यता जांचे बगैर नरेंद्र मोदी ने उसे जनसभा में दुहराया तो भारतीय जनता पार्टी ने भी उनके बयान को जस का तस ट्वीट कर दिया।
अमेठी में एक अस्पताल है। इस अस्पताल के ट्रस्टी नामदार परिवार के सदस्य है।
कुछ दिन पहले इस अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहा एक गरीब आयुष्मान कार्ड लेकर अपना इलाज कराने गया।
तो उस गरीब को कहा गया कि ये मोदी का अस्पताल नहीं, जहां आयुष्मान कार्ड चल जाए: पीएम #HarGharModiKeSaath pic.twitter.com/PuJbdPVg1m
— BJP (@BJP4India) May 5, 2019