‘दंगाई’ मीडिया ने ‘बेच’ दिया काँधला के गौरव जैन का मकान !



मेरा मकान बिकाऊ नहीं है, मीडिया झूठ फैलाने से बाज़ आए : काँधला का जैन परिवार

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ऊपर तस्वीर कारोबारी गौरव जैन की है। बीजेपी एमपी हुकुम सिंह की सूची में अपना नाम देखकर वे दंग रह गये। बीजेपी बता रही थी कि वे सांप्रदायिक कारणों से काँघला से पलायन कर गये हैं। हद तो यह है कि मीडिया में उनके घर के बिकाऊ होने की तस्वीर भी प्रसारित कर दी गई। गौरव जैन ने शामली के डीएम सुजीत कुमार से शिक़ायत की है। अपनी शिक़ायत में उन्होंने स्थानीय मीडिया पर भी साज़िश रचने का आरोप लगाया है। पढ़िए शामली डीएम से उन्होंने क्या शिक़ायत की है..

आदरणीय डीएम साहब,

शुभ प्रभात, मेरा नाम अधिवक्ता गौरव जैन मूल रूप से कांधला कसबे का निवासी हूं। आज के समाचार पत्रों में मोहल्ला सरावज्ञान स्थित मेरे मकान की फ़ोटो प्रकाशित की गयी है और सन्दर्भ में कांधला से पलायन करने का समाचार प्रकाशित हुआ है। मै आपके संज्ञान में लाना चाहता हूँ कि कांधला कसबे में मेरा या मेरे परिवार का कभी भी किसी प्रकार से कोई शोषण नहीं हुआ है न ही हम लोग किसी प्रकार के भय से वहा से आये हैं। ये सब घटनाक्रम कसबे का माहौल ख़राब करने वाले कुछ छोटी मानसिकता के लोग षड्यंत्र रचकर कर रहे है। उन लोगों ने ही मेरे मकान पर काली स्याही से “मकान बिकाऊ है” लिखकर स्थानीय पत्रकारों से मिलीभगत कर ये चित्र प्रकाशित करवाया है। मेरा जनहित में आपसे निवेदन है कि कस्बे का माहौल ख़राब करने वाले लोगो को चिन्हित कर उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाई करायी जाये।

धन्यवाद

गौरव जैन

गौरव के मुताबिक कांधला में कानून-व्यवस्था एक बड़ी समस्या है। इससे सभी परेशान हैं, क्या हिंदू और क्या मुसलमान। अपराधियों का शिकार सभी हैं लेकिन धार्मिक रंग देने के बाद यहां प्रॉपर्टी पर कब्ज़ा करने वालों के गिरोह सक्रिय हैं। इन्हें लगता है कि डर का माहौल बनाने से कुछ लोग अपनी प्रॉपर्टी कम दाम पर बेचकर कांधला से पलायन कर जाएंगे जिसका सीधा फायदा उन्हें होगा।

गौरव जैन का आरोप है कि प्रॉपर्टी गैंग के साथ स्थानीय मीडिया भी मिला हुआ है। अगर डर की वजह से कम रेट पर प्रॉपर्टी बिकी तो इसका एक हिस्सा ख़बर प्रकाशित करने वालों को भी जाएगा। गौरव जैन के घर की ख़बर 15 जून को अमर उजाला ने प्रकाशित की थी। उन्होंने कहा कि अब उनके घर की तस्वीरें न्यूज़ चैनलों पर भी दिखाई जा रही हैं। अगर इसी तरह मीडियावालों के मकान पर बिकाऊ लिखकर कोई दूसरा संस्थान चलाने लगे तो उन्हें कैसा लगेगा?

गौरव जैन कांधला के मुहल्ला सरवज्ञान के रहने वाले हैं। 2010 तक उन्होंने कांधला में रहकर पढ़ाई की और कारोबार के सिलसिले में ग़ाज़ियाबाद शिफ्ट हो गए। गौरव कहते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का यह कस्बा हमेशा से हिंदू-मुस्लिम एकता के रूप में जाना गया है। कांधला की जामा मस्जिद और लक्ष्मी नारायण मंदिर की दीवारें एक-दूसरे से सटी हुई हैं। सांप्रदायिक सद्भाव के लिए यहां मनाए जाने वाले रामलीला उत्सव में पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोग जुटते हैं लेकिन अभी यहां राजनीति करने वालों का जमावड़ा लग रहा है।

गौरव जब तक कांधला में रहे, वह ख़ुद सांप्रदायिक सौहार्द के प्रोग्राम करवाते थे। उन्होंने कहा कि मुझे जान-बूझकर टार्गेट किया गया है। साज़िशकर्ता कांधला में ये संदेश फ़ैलाना चाहते हैं कि जब हिंदू-मुस्लिम एकता की बात करने वाले को नहीं बख़्शा गया, फिर दूसरे लोगों को कैसे छोड़ दिया जाएगा?

वहीं शामली डीएम सुजीत कुमार ने मीडिया विजिल से बातचीत में गौरव जैन की शिक़ायत को सही बताया है। उन्होंने कहा कि कांधला के स्टेशन ऑफिसर साहेब सिंह इसकी जांच कर रहे हैं। इसके अलावा हुकुम सिंह की तरफ़ से जारी लिस्ट की भी जांच की जा रही है। लिस्ट में शामिल ज़्यादातर लोग हमे मौक़े पर ही मिल जा रहे हैं। मुसलमानों के डर से कांधला छोड़ने का एक भी मामला अभी तक सामने नहीं आया है।

. मीडिया विजिल के लिए शाहनवाज़ मलिक की रिपोर्ट